इंदौर: देश सहित प्रदेश में भी इस साल डेंगू प्रभावित लोगों की संख्या पिछले साल की तुलना में तीन गुना तक हो चुकी है। वहीं स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार 2016-17 में नवंबर माह तक डेंगू के 128 केस सामने आए थे। वहीं इस साल जनवरी 2018 से 21 नवंबर तक 343 डेंगू के मरीज मिले हैं। जानकारी के अनुसार बता दें कि तमाम उपायों के बाद भी डेंगू फैलाने वाले एडिज मच्छर के लार्वा को पूरी तरह से नष्ट करने में विभाग सफल नहीं हो पाया। 8 महीने के निचले स्तर पर पहुंचा पेट्रोल-डीज़ल, जानिये आज क्या रहे दाम वहीं बता दें कि लाखों रुपए इसकी रोकथाम पर हर साल खर्च किए जा रहे हैं। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अलावा भी सैकड़ों की संख्या में मरीज प्राइवेट अस्पतालों में भर्ती हुए हैं। जिनकी जानकारी तक विभाग के पास नहीं है। वहीं बता दें कि शहर में जुलाई के बाद से डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है और स्वास्थ्य विभाग भी इसकी रोकथाम व जागरूकता के लिए अभियान चलाने के बाद भी कोई असर होता दिखाई नहीं दे रहा। वहीं जिला पंचायत सीईओ नेहा मीणा ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से जानकारी मांगकर अभियान तेज करने के लिए भी कहा था। इसके बाद भी कोई विशेष जागरूकता अभियान नहीं चलाया जा सका है। पश्चिम बंगाल की ममता सरकार को सुप्रीम कोर्ट ने लगाई फटकार, कहा सुस्ती से काम कर रही राज्य सरकार गौरतलब है कि देश के अलावा प्रदेशों में सालों बाद भी शहर के किसी भी सरकारी अस्पताल में डेंगू, स्वाइन फ्लू या चिकनगुनिया के इलाज की पूरी सुविधाएं उपलब्ध नहीं है। वहीं बता दें कि विभाग शहर की आबादी के अनुसार अपडेट नहीं हो पाया। इसके साथ ही आईडीएसपी विभाग सिर्फ कागजी कार्रवाई व रिपोर्ट का डाटा रखने तक ही सीमित दिखाई दे रहा है। स्वास्थ्य विभाग का अभियान चलाने व नियंत्रण का काम नाकाफी साबित हो रहा है। खबरें और भी किसान मुक्ति मार्च के दौरान रामलीला मैदान पहुंचे हजारों किसान उज्जैन: काल भैरवअष्टमी पर भैरव को चढ़ी 58 प्रकार की शराब अनावश्यक जनहित याचिकाएं ख़राब कर रही न्यायालय का समय- मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई