इंदौर: शिवराज कैबिनेट में मंत्री इमरती देवी पर मध्‍य प्रदेश के पूर्व मुख्‍यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता कमलनाथ ने विवादित बयान दे दिया था। वहीँ अब उनके उसी बयान को लेकर सियासत में माहौल गर्माता दिखाई दे रहा है। इसी बीच दिग्‍गज नेता ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया कमलनाथ के बयान के खिलाफ इंदौर में मौन धरने पर बैठ गए हैं। आप सभी को बता दें कि बीते दिन ही कमलनाथ ने इमरती देवी को 'आइटम' कह दिया था और उनके इसी बयान के बाद से बीजेपी कमलनाथ और कांग्रेस पार्टी पर हमलावर हो गई है। केवल ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया ही नहीं बल्कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से लेकर तमाम बड़े नेताओं ने मौन व्रत धारण किया है और कमलनाथ के विवादित बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। आपको बता दें कि भोपाल में सीएम शिवराज और ग्वालियर में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा मौन व्रत पर हैं। वहीँ दूसरी तरफ, प्रदेश भर में बीजेपी के पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौन व्रत पर चले गए हैं। यह मौन व्रत 2 घंटे के लिए रखा गया है। केवल यही नहीं बल्कि कमलनाथ की टिप्पणी को लेकर बीजेपी चुनाव आयोग में शिकायत भी कर चुकी है। बताया जा रहा है इस समय बीजेपी चुनाव आयोग से मांग कर रही है कि इस टिप्पणी के बाद कमलनाथ के प्रचार कार्यक्रम पर प्रतिबंध लगाया जाए। वहीँ कई कांग्रेस नेताओं की तरफ से भी कमलनाथ के इस बयान को लेकर प्रतिक्रिया आ रही है। कांग्रेस ने कहा है कि 'कमलनाथ ने इमरती देवी का नाम नहीं लिया है। भाजपा उपचुनाव में घटिया राजनीति कर रही है।' वहीँ कमलनाथ के बयान को सुनकर शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर कहा था, 'कमलनाथ जी! इमरती देवी उस गरीब किसान की बेटी का नाम है, जिसने गांव में मजदूरी करने से शुरुआत की और आज जनसेवक के रूप में राष्ट्रनिर्माण में सहयोग दे रही हैं। कांग्रेस ने मुझे ‘भूखा-नंगा’ कहा और एक महिला के लिए आपने ‘आइटम’ जैसे शब्द का उपयोग कर अपनी सामंतवादी सोच फिर उजागर कर दी।' अपने बेबी बंप से प्यार कर बैठीं हैं अनीता हसनंदानी भारत-बांग्लादेश के बीच 8 माह बाद फिर शुरू होगी विमान सेवा, कोरोना के चलते हुई थी बंद कंगना की पोस्ट पर यूजर बोला- 'बीच शहर आपका रेप होना चाहिए' और फिर।।।