इंदौर: मध्य प्रदेश की इंदौर पुलिस ने 25 साल के चूड़ीवाले तस्लीम अली को अरेस्ट कर लिया है। उस पर 13 साल की बच्ची के साथ छेड़खानी के आरोप में POCSO एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया था। इससे पहले वायरल वीडियो के आधार पर उसके साथ मारपीट करने वालों के खिलाफ केस दर्ज हुआ था। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (पूर्व) शशिकांत कंकाने ने तस्लीम की गिरफ्तारी की पुष्टि की है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, आज बुधवार को उसे अदालत में पेश किया जा सकता है। एएसपी ईस्ट जोन-3 प्रशांत चौबे ने बताया है कि पुलिस कोर्ट से तस्लीम की रिमांड नहीं माँगेगी। वहीं उसके छोटे भाई जमाल अली ने कहा है कि परिवार को तस्लीम से मिलने नहीं दिया जा रहा है। ये वीडियो अफगानिस्तान का नहीं बल्कि आज इंदौर का है, @ChouhanShivraj जी के सपनों के मध्यप्रदेश में एक चूड़ी बेंचने वाले मुसलमान का सामान लूट कर सरेआम भीड़ से लिंचिंग करवाई जाती है ।@narendramodi जी क्या यही भारत बनाना चाहते थे आप ? इन आतंकियों पर कार्यवाही कब ? pic.twitter.com/fsA5fLqNaD — Imran Pratapgarhi (@ShayarImran) August 22, 2021 उल्लेखनीय है कि यह घटना तब चर्चा में आई थी जब सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें चूड़ी विक्रेता तस्लीम अली को लोगों द्वारा पीटते हुए दिखाया गया था। वीडियो में एक व्यक्ति तस्लीम की पिटाई कर रहा था और दूसरों को भी ऐसा करने के लिए उकसा रहा था। इस वीडियो पर नेटिजन्स के एक वर्ग ने जमकर भड़ास निकाली थी। बाद में मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया था कि तस्लीम के पास से दो आधार कार्ड मिले थे और वह अपनी पहचान छिपाकर चूड़ी बेच रहा था। इस मामले में 13 वर्षीय नाबालिग ने अपनी शिकायत में कहा था कि 22 अगस्त को गोलू बनकर तस्लीम अली उसके घर आया था और उसके साथ छेड़छाड़ की। नाबालिग लड़की ने कहा था कि तस्लीम ने उसे चूड़ियाँ बेचने के लिए अपनी पहचान छुपाई और ‘आधा जला’ आधार कार्ड दिखाते हुए अपना नाम गोलू बताया। लड़की ने कहा कि, “वह रविवार दोपहर लगभग 2 बजे हमारे घर आया था, जब मेरे पिता बाहर थे। हमने उससे चूड़ियाँ खरीदना शुरू किया। जैसे ही मेरी माँ पैसे लेने गई, चूड़ी-विक्रेता ने मुझे गंदी नजर से देखते हुए मेरा हाथ पकड़ करते हुए कहा कि, 'मैं तुम्हें चूड़ियाँ पहनने में मदद करूँगा’। उसने मेरे गालों को भी गलत तरीके से छुआ।' बच्ची ने बताया कि जब आरोपित ने उसे छुआ तो वह चीख पड़ी और यह सुनकर पीड़िता की माँ घबरा गई और उसे बचाने के लिए दौड़ी, जिसके बाद अली ने कथित तौर पर लड़की को धमकाया और भाग गया। इस बीच पड़ोसियों और स्थानीय लोगों ने उसे दबोच लिया और पिटाई शुरू कर दी। राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने कहा- "पुरस्कारों के लिए गुंटूर जिला पुलिस की सिफारिश करेंगे..." जानिए कैसे WhatsApp पर बुक कर सकते हैं वैक्सीन स्लॉट? वैक्सीनेशन महाअभियान एक बार फिर सफलता के नए रिकॉर्ड स्थापित करेगा: CM शिवराज सिंह चौहान