इंदौर: देश भर में कोरोना का कहर लगातार बढ़ते जा रहा है. इससे बचने के लिए सरकार हर संभव कोशिश कर रही है. वहीं इंदौर शहर में लॉकडाउन की अवधि में घरों में नहीं रहने वालों के लिए पुलिस ने एफआईआर की होम डिलिवरी शुरू कर दी है. आईजी ने बैठक में अफसरों को इस संबंध में निर्देश दे दिए हैं. उन्होंने क्राइम ब्रांच से कहा कि सीसीटीवी फुटेज, ड्रोन कैमरे और मोबाइल रिकॉर्डिंग के आधार पर कर्फ्यू का उल्लंघन करने वालों को चिन्हित कर केस दर्ज करें. सीएसपी पुनीत गेहलोद के अनुसार कोविड-19 की चेन तोड़ने के लिए हम शारीरिक दूरी बनाने का प्रयास कर रहे हैं. शहर में संदेश प्रसारित कर पुलिस लोगों को जागरूक कर रही है. बता दें की फिर भी कई लोग गली-मोहल्लों में टहलते नजर आते हैं और पुलिस को देख अपने घरों में घुस जाते हैं. लोगों से अब सख्ती से निपटा जाएगा. उनका वीडियो बनाया जाएगा और एफआईआर दर्ज कर घर पहुंचा देंगे. जो व्यक्ति एफआईआर नहीं लेगा या नहीं मिला, उसके घर के बाहर चस्पा कर देंगे. सीएसपी के मुताबिक हमने ड्यूटी अफसरों से कहा है कि वे भ्रमण पर जाएं तो उन लोगों की वीडियोग्राफी कर लें जो बाहर टहलते दिखें. बाद में उनकी पहचान कर धारा 188 व 269 के तहत केस दर्ज कर लें. वहीं एएसपी (क्राइम) राजेश दंडोतिया के अनुसार कर्फ्यू का उल्लंघन करने वालों के संबंध में सिटीजन कॉप पर भी सूचना दी जा सकती है. कोई व्यक्ति बाहर टहलता दिखे तो उसका वीडियो बनाकर सिटीजन कॉप ऐप के जरिए पुलिस को भेजा जा सकता है. उसके विरुद्ध संबंधित थाने में केस दर्ज कर एफआईआर घर भिजवा दी जाएगी. एएसपी के मुताबिक साइबर एक्सपर्ट की टीम शहर में लगे सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से भी लोगों की निगरानी कर रही है. उतर प्रदेश में बढ़ी मरने वालों की संख्या हिमाचल में गिरे सब्जियों के दाम, अर्थव्यवस्था को हो सकता है भारी नुकसान इंदौर में मिले 117 कोरोना पॉजिटिव, शहर में बढ़ा मौत का आकड़ा