हिसार: देश एवं प्रदेश की जनता भाजपा को सत्ता सौंपकर आज अपने आपको ठगा हुआ सा महसूस कर रही है। अच्छे दिन के ख्वाब दिखाकर लोगों के वोट हथियाने वाली भाजपा सरकार में हर वर्ग प्रताडि़त है और गरीब व आम आदमी को जीना दुश्वार होता जा रहा है। महंगाई कम करने का ढोल पीटने वाली मोदी सरकार में पिछले ढाई वर्ष के दौरान रसोई गैस सिलेंडर की कीमत 414 रूपए से 777 रूपए तक पहुंच गई है। पेट्रोल, डीजल, दालें, चीनी सहित तमाम खाद्य पदार्थों एवं रोजमर्रा की वस्तुओं के दाम कई गुणा तक बढऩा दर्शाता है कि भाजपा राज में जनता किस प्रकार के अच्छे दिनों में जीवन यापन कर रही है। यह बात हांसी की विधायक रेनुका बिश्नोई ने हिसार शहर एवं लोकसभा क्षेत्रों के कई ग्रामीण क्षेत्रों में कई शादी समारोह एवं अन्य कार्यक्रमों में शिरकत करने के दौरान लोगों से बातचीत करते हुए कही। रेनुका ने कहा कि पिछले दिनों रसोई गैस सिलेंडर में एकदम से ही 86 रूपए की बढ़ोतरी कर दी गई, जो कि गैस सिलेंडर में अब तक हुई बढ़ोतरी में सर्वाधिक है, जिसे तुरंत वापिस लिया जाना चाहिए। रेनुका बिश्नोई ने कहा कि बिना सोचे-समझे विमुद्रीकरण के फैसले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। कैश लेनदन पर टैक्स लगाया जाना भी दर्शाता है कि यह फैसला पूरी तरह से विफल रहा है और कालाधन वापिस आने के जो दावे सरकार द्वारा किए गए थे वे सभी धरे रह गए हैं। विधायक ने कहा कि वर्तमान सरकार किसानों के लिए मुसीबत बनकर उभरी है। मंडियों में किसानों को उनकी फसल के उचित भाव नहीं मिल रहे। स्वामीनाथन आयेाग की सिफारिशों को दरकिनार करके जबरदस्ती फसल बीमा योजना थोपी गई, जिस वजह से किसानों में भारी रोष है। मौसम की मार से खराब हुई फसलों को मुआवजा तो किसानों को दिया नहीं गया, उलटे उनके खाते से जबरदस्ती पैसे काट लिए गए। भाजपा की तानाशाही शासन से हर वर्ग में भारी असंतोष है और पांच राज्यों के चुनाव परिणामों से यह बात साबित हो जाएगी कि लोग अब भाजपा से ऊब चुके हैं और कांग्रेस को सत्ता में देखना चाहते हैं। और पढ़े- खुदरा महंगाई दर में फिर हुई गिरावट दर्ज ढाई साल में थोक महंगाई उच्च स्तर पर पहुंची कटाक्ष : बढ़ते 'बजट' और घटती 'उम्मीदों' पर हावी राजनीति