बेंगलुरु. इंफोसिस ने अगले दो वर्ष के दौरान 10 हजार अमेरिकियों को नौकरी देने की बात कही है. साथ ही कम्पनी 4 टेक्नोलॉजी और इनोवेशन सेंटर भी स्थापित करेगी. इंफोसिस नई हायरिंग के साथ ही नए सेंटर खोल कर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीनी ज्ञान, यूज़र एक्सपेरिएंस, क्लाउड कंप्यूटिंग और बिग डेटा जैसी नई टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में अपने कारोबार को विस्तार देगी. इंफोसिस के सीईओ विशाल सिक्का ने कहा कि पहला इनोवेशन सेंटर इस वर्ष इंडियाना में शुरू किया जाएगा. इस सेंटर में 2021 तक अमेरिकियों के लिए 2 हजार नौकरी के अवसर पैदा होंगे. तीन अन्य सेंटर पर कुछ महीने के दौरान निर्णय लिया जाएगा. इनोवेशन सेंटर में न सिर्फ टेक्नोलॉजी और इनोवेशन के सेक्टर में लोगो को ट्रेनिंग दी जाएगी बल्कि फायनेंशियल सर्विस, मैन्युफेक्चरिंग, हेल्थकेयर, रिटेल बिजनेस और एनर्जी जैसे महत्वपूर्ण बिजनेस में कस्टमर्स के साथ नजदीकी से काम करने में भी मदद मिलेगी. बता दे कि वर्ष 2016-17 के दौरान 10.2 अरब डॉलर की इंफोसिस की आय में उत्तरी अमेरिका का 60 प्रतिशत से अधिक योगदान रहा है. सिक्का ने यह भी स्पष्ट किया कि अमेरिकी नागरिको की हायरिंग का फैसला सिर्फ इसलिए नहीं किया गया है कि अमेरिका में वीजा के कड़े नियमो के असर को कम किया जा सके. बीते तीन वर्ष के दौरान आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और वर्चुअल टेक्नोलॉजी का यूज़ काफी हद तक बढ़ा है. आईटी सेक्टर में अब ज्यादा काम नई टेक्नोलॉजी के साथ मॉडर्न होता जा रहा है. ऐसे हालात में आपको वैश्विक और स्थानीय तौर पर वर्कर्स की मिलीजुली टीम चाहिए होती है. ये भी पढ़े कैबिनेट में मंत्री साथ टिफिन लेकर आए - शिवराज सिंह चौहान प्रीपेड वैल्यू प्लान्स नहीं होंगे वापस - BSNL बीएसएनएल Vs रिलायंस जिओ