इगा स्वियातेक ने पहला ग्रैंडस्लैम खिताब अक्टूबर 2020 में फ्रेंच ओपन में जीत हासिल कर ली थी, जब कोविड महामारी के बीच मई-जून में होने वाला यह टूर्नामेंट सितंबर-अक्टूबर में खेला गया था और वो भी कोर्ट फिलिप चाट्रियर पर सीमित 1,000 दर्शकों के समक्ष आ चुका है। इगा स्वियातेक की ट्राफी को चूमने की फोटो में उनकी ठोड़ी पर काला मास्क देखने के लिए मिल रहा है। तब वह महज 19 वर्ष की थी और शीर्ष 50 रैंकिंग से बाहर हो चुकी थी। इससे पहले वह शीर्ष स्तर पर कोई खिताब को जीतने में भी असफल हो गई थी। अब उस क्षण को याद करते हुए वह कहती हैं कि तब वह ‘भाग्यशाली’ रही थीं। क्योंकि तब की स्थिति आज की तुलना में बहुत ही ज्यादा अलग रही । इगा स्वियातेक ने शनिवार को दूसरी मेजर ट्राफी जीती जो रोलां गैरा पर भी उनका दूसरा खिताब भी अपने नाम कर लिया है। पर इस बार उन्होंने 15,000 दर्शकों के सामने फाइनल में अमेरिका की 18 साल के कोको गॉफ को 6-1, 6-3 से पराजित किया और अब वह शीर्ष रैंकिंग की खिलाड़ी कही जा रही है। साथ ही उन्होंने लगातार 35 मैचों में जीत अपने नाम कर ली है। उन्होंने इस बारें में बोला है कि 2020 में मैं थोड़ी ‘कन्फ्यूजन’ (संदेह) में थी क्योंकि मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं वास्तव में ग्रैडस्लैम ट्राफी को भी जीय सकती हूँ। स्वियातेक ने बोला है कि लेकिन इस बार मैं कड़ी मेहनत से यहां थी। 21 वर्ष की इस खिलाड़ी ने अपने खेल में बहुत सुधार देखने के लिए मिला है। उन्होंने खुद का ध्यान बरकरार रखने और बाहरी चीजों पर ध्यान नहीं देने पर काम कर चुकी है। स्वियातेक ने उस दबाव से निपटने पर भी कार्य किया है जो हर बार कोर्ट पर उनके प्रबल दावेदार के रूप में उतरने पर होता है। जो रुट ने रचा इतिहास, बने ये कारनामा करने वाले इंग्लैंड के दूसरे बल्लेबाज़ रिश्ते को लेकर शकीरा ने खास पुष्टि, कहा- अब नहीं है फुटबॉल स्टार जेरार्ड पिक छेत्री ने फैंस से की खास अपील, कहा- "आपके आने से काफी फर्क पड़ता है..."