नई दिल्ली: भारतीय नौसेना में 60 वर्षो तक एक जवान की तरह अपनी सेवा देने वाला विमान वाहक पोत आईएनएस विराट अब रिटायर होने वाला है। इससे पहले ही ये अंतर्राष्ट्रीय फ्लीट रिव्यू में हिस्सा लेने के लिए विशाखापत्तनम जाएगा। बता दें कि इस प्लीट रिव्यू में 50 देशों के 100 से अधिक युद्धपोत भाग लेंगे। 23 जुलाई को विराट को मुंबई से रवाना किया जाएगा और 27 जुलाई को ये दक्षिणी कमांड नौसेना के पास पहुंचेगा। वहां इसके इंजन, रडार व तोप जैसी सारी चीजों को निकाल दिया जाएगा। 12 मई 1987 को विराट को नौसेना में शामिल किया गया था। इससे पहले ये ब्रिटेन में रॉयल नेवी में हर्मिस के नाम से था। विराट पर हमेशा 1200 नौसेनिक व अधिकारी तैनात रहते है। ये दुनिया में अपनी तरह इकलौता लड़ाकू विमान है जो विमान वाहक पोत वर्टिकल लैडिंग करता है और मात्र 100 मीटर से कम रनवे पर टेक ऑफ भी कर जाता है। इसे एक साहसिक पर्यटन केंद्र के तौर पर तब्दील करने का प्रस्ताव भी है। विशाखापत्तनम में होने वाले इस फ्लीट रिव्यू में राष्ट्रपति व प्रदानमंत्री भी शिरकत करेंगे। इसी बहाने नौसेना हिंद महासागर में अपनी ताकत का प्रदर्शन भी करेगा। इसके बाद साल के अंत तक इसे रिटायर कर दिया जाएगा। वैसे देश के पहले विमान वाहक पोत विक्रांत के रिटायर होने के बाद म्यूजिम में बदलने के लिए किसी भी राज्य से 18 सालों तक किसी प्रकार की कोई मदद नहीं मिली और यही वजह रही कि यह बेकार हो गया। उम्मीद है कि जो विक्रांत के साथ हुआ अब वैसा हाल विराट के साथ ना हो। 1971 के युद्ध में हिस्सा लेने वाले विक्रांत को कबाड़ के तौर पर बेच दिया गया जिससे कईयों को झटका लगा।