नई दिल्ली: राजधानी के रोहिणी इलाके में चल रहे आध्यात्मिक विश्वविद्यालय आश्रम पर दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश पर गठित स्पेशल टीम के छापा मारने के बाद दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) ने सोमवार को यौन उत्पीड़न के आरोपी बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित के दिल्ली स्थित कई आश्रमों का निरीक्षण कर कहा कि इस आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता कि दीक्षित मानव तस्करी का गिरोह चलाने में संलिप्त हो. आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल के साथ इस मामले में दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा नियुक्त वकील अजय वर्मा की एक डीसीडब्ल्यू टीम ने पूर्वी दिल्ली के करावल नगर और पश्चिमी दिल्ली के नांगलोई स्थित दीक्षित के आश्रम में रहने वाले लोगों से बातचीत की. डीसीडब्ल्यू ने करावल नगर के आश्रम का हवाला देते हुए एक बयान में कहा बाबा के विजय विहार, रोहिणी और दूसरे आश्रमों की तरह यहां भी उसी हालत में छह लड़कियां बंधक के रूप में मिलीं। आपको बता दे कि पिछले सप्ताह डीसीडब्ल्यू ने दीक्षित द्वारा चलाए जा रहे दो विभिन्न आश्रमों से 45 नाबालिग लड़कियों को बचाया था. आश्रमों में आध्यात्मिक शिक्षा के नाम पर महिलाओं और नाबालिग लड़कियों को अवैध तरीके से रखा गया था. दिल्ली उच्च न्यायालय ने इस मामले में सीबीआई जांच का आदेश दिया है और आश्रम में महिलाओं और लड़कियों की शिकायत पर कार्रवाई न करने को लेकर दिल्ली पुलिस को फटकार लगाई थी. गरीबों को 10 रुपये में मिलेगी भोजन की थाली लंबी दूरी की बसों में जरूरी हो सकता है टॉयलेट जीएसटी-नोटबंदी अर्थव्यवस्था के लिए फायदेमंद