हर साल पूरी दुनिया में 5 जून को अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण दिवस मनाया जाता है. इस का उद्देश्य लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करना है. जिसके लिए स्कूल, कॉलेज और कई शासकीय और गैर सरकारी संस्थांएँ इसके लिए दुनियाभर में कई तरह के कार्यक्रम करती हैं जिससे लोग जागरूक हो सके हैं. बहुत कम लोग होते हैं जो कि इनका अनुपान करते हैं लेकिन हिमाचल प्रदेश के छोटे से गांव भंगाड़ी का रहने वाले 11वीं कक्षा के जयचंद पर्यवरण के लिए ऐसा कुछ कर दिखाया कि, उन्हें इसके लिए साल 2015 में एनवायरमेंट लीडरशिप अवॉर्ड से सम्मानित किया गया. जयचंद जब 7वीं क्लास में पढ़ता था, तब उसने बंजर जमीन पर पेड़ लगाने का बीड़ा उठाया और उसने चार साल में हज़ारों पेड़ अपने गांव की बंजर जमीन में लगा डाले. अब 11वीं में पढ़ने वाले जयचंद की आंखों में स्वस्थ पर्यावरण बनाने का बड़ा सपना है. जयचंद के पिता श्रीराम लाल एक किसान है और वो इस काम में उसकी काफी मदद कर रहे हैं. जयचंद के काम से प्रभावी होकर स्कूल के बच्चे और गांव के लोग उसकी इस मुहीम से जुड़ चुके हैं. पर्यावरण के लिए जयचंद के योगदान को हिमाचल प्रदेश सरकार ने भी पहचाना और उसे साल 2015 में एनवायरमेंट लीडरशिप अवॉर्ड से सम्मानित किया. जयचंद का लक्ष्य पूरे हिमाचल प्रदेश में इस मुहिम को फैलाना है. इस पर जयचंद का कहना है कि "मैं जो कर रहा हूं वह किसी लाभ के लिए नहीं, बल्कि समाज और पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभा रहा हूं. मुझे बहुत गर्व होता है जब मेरे बारे में लोग जानते हैं और मेरी ही तरह पेड़ लगाने के लिए प्रेरित होते हैं, जयचंद कहता है कि अभी तो उन्होंने कुछ एक हजार ही पेड़ लगाए लेकिन इस संख्या कहीं अधिक बढ़ाकर लाखों में करना है. जब साधारण चीजों से बना डाली खूबसूरत कलाकृतियां रूस की महिला ने अपनी उम्र को लेकर किया हैरान कर देने वाला दावा अजीबो-गरीब रिपोर्ट में युवक को बताया हॉस्पिटल ने प्रेग्नेंट