वास्तु शास्त्र में घर में काले घोड़े की नाल लगाना बहुत शुभ एवं मंगलकारी माना गया है। मान्यता है कि इससे नजर दोष से मुक्ति प्राप्त होती है। घर में सुख-समृद्धि एवं खुशहाली आती है। परिजनों का स्वास्थ्य अच्छा रहता है तथा जीवन में आने वाले सभी दुख-बाधाओं और कष्ट से मुक्ति प्राप्त होती है। घर में घोड़े की नाल लगाने से सुख-शांति तो आती ही है, इसके साथ ही धन से जुड़ी परेशानियों से भी छुटकारा प्राप्त होता है, मगर इसे लगाते समय वास्तु के नियमों का पालन अवश्य करना चाहिए। आइए अप्पको बताते हैं कि घर की किस दिशा में घोड़े की नाल लगाना चाहिए? घोड़े की नाल: घोड़े की नाल लोहे की बनी होती है। इससे घोड़े के पैरों में पहनाया जाता है, जिससे वो सरलता से चल और दौड़ सकें। घोड़े की नाल 2 शेप में होती है। पला यू शेप तथा दूसरा रिवर्स यू शेप में होती है। वास्तु शास्त्र में घर में घोड़े की नाल को लटकाना बेहद शुभ माना जाता है। इस दिशा में लगाएं घोड़े की नाल:- -वास्तु के मुताबिक, घर के उत्तर या पूर्व दिशा में काले घोड़े की नाल लगाना बेहद शुभ माना जाता है। इससे धन,सुख-सौभाग्य में वृद्धि होती है। -वास्तु के अनुसार, घर का मुख्यद्वार दक्षिण या पूर्व दिशा में हो, फिर घोड़े की नाल उत्तर या पूर्व दिशा में लगाने से बचना चाहिए। -आर्थिक स्थिति में सुधार लाने के लिए घोड़े के दाहिने पैरे की नाल को घर के मुख्यद्वार पर लटका सकते हैं। इससे धन से जुड़ी समस्याओं से छुटकारा प्राप्त होता है। -वास्तु के मुताबिक, शनि के अशुभ प्रभावों से मुक्ति पाने के लिए एक कटोरी सरसों के तेल में काले घोड़े की -नाल डालकर शमी के पेड़ के नीचे गाड़ दें। मान्यता है कि ऐसा करने से शनि की महादशा से राहत प्राप्त होती है। -घर और ऑफिस में यू शेप वाले घोड़े की नाल लगाना बहुत शुभ होता है। -वहीं, यदि आपके पास रिवर्स यू शेप की घोड़े की नाल है, तो उसके ऊपर आइना भी अवश्य लगाएं। घोड़े की नाल लगाने के फायदे:- -ऑफिस में काले घोड़े की नाल लगाने से धन का आवक बढ़ता है तथा कारोबार में तरक्की के योग बनते हैं। -काले घोड़े की नाल लगाने से नकारात्मकता दूर होती है तथा घर में सुख-समृद्धि तथा खुशहाली आती है। -मान्यता है कि काले घोड़े की नाल लगाने से धन, सुख-सौभाग्य बढ़ता है एवं घर में बरकत आती है। आज के दिन भूलकर भी ना करें ये गलतियां, वरना होगी परेशानी त्रिपुर भैरवी जयंती पर करें इन मंत्रों का जाप, पूरी होगी हर मनोकामना कब है त्रिपुर भैरवी जयंती? जानिए महत्व और पूजा विधि