स्टॉकहोल्म: स्वीडन में दोबारा कुरान जलाने की इजाजत दिए जाने पर 57 मुस्लिम देशों के संगठन ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन (OIC) ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. OIC ने स्वीडन के इस फैसले की कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि इस प्रकार के घृणित कृत्य से होने वाले खतरनाक परिणामों के बावजूद स्वीडिश अधिकारियों ने इजाजत देना जारी रखा है. स्वीडिश रिपोर्ट के अनुसार, स्वीडिश पुलिस ने इस बार भी उसी इराकी शरणार्थी सलवान मोमिका (Salwan Momika) को कुरान जलाने की इजाजत दी थी. जिसने बकरीद के दिन स्टॉकहोम की सबसे बड़ी मस्जिद के सामने कुरान जलाकर विरोध जताया था. हालाँकि, इस बार अंतर यह था कि सलवान ने इस बार स्टॉकहोम मस्जिद के सामने नहीं, बल्कि इराकी दूतावास के सामने कुरान जलाने की इजाजत मांगी थी. जिसके बाद स्वीडिश पुलिस ने एक बार फिर सलवान मोमिका को गुरुवार को कुरान जलाने की अनुमति दी थी. हालाँकि, एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि, गुरुवार (20 जुलाई) को हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान कोई कुरान नहीं जलाई गई है. मगर विरोध प्रदर्शन के वीडियो फुटेज में दो प्रदर्शनकारियों को कुरान को लात मारते और उसे नष्ट करते हुए देखा जा सकता है. रिपोर्ट के अनुसार, सलवान मोमिका कुरान पर पैर रख रहा था और इराकी झंडे से अपने जूते साफ़ कर रहा था. स्टॉकहोम पुलिस के एक प्रवक्ता ने जानकारी दी है कि सलवान मोमिका के साथ दो और लोग भी थे. जबकि सलवान मोमिका ने जिस स्थान पर कुरान जलाने की इजाजत मांगी थी, वहां लगभग 150 अन्य लोग मौजूद थे, जिनमें से ज्यादातर पत्रकार थे. अवैध था इमरान खान और बुशरा बीवी का निकाह ? कोर्ट ने दोनों को भेजा समन, चलेगा मुकदमा ! दक्षिण कोरिया में बाढ़ से 39 लोगों की मौत, राष्ट्रपति ने की इमरजेंसी मीटिंग 'तुम्हारे ऊपर बलात्कारियों को छोड़ दें...', महिलाओं को हिजाब-बुर्का पहनाने के लिए ऐसे धमका रहा ईरान !