पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग (डीओपीपीडब्ल्यू) ने बैंक में पेंशन से संबंधित गतिविधि के प्रभारी केंद्रीय पेंशन प्रसंस्करण केंद्रों और फील्ड कार्यकर्ताओं के लिए जागरूकता कार्यक्रमों की एक श्रृंखला शुरू की है। चूंकि बैंक प्राथमिक पेंशन वितरण प्राधिकरण हैं, इसलिए श्रृंखला में पहला 20 और 21 जून 2022 को उदयपुर में भारतीय स्टेट बैंक के अधिकारियों के लिए आयोजित किया जाएगा। भारतीय स्टेट बैंक के साथ मिलकर, देश भर में इस तरह के चार जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसी क्रम में 2022-23 में अन्य पेंशन संवितरण बैंकों के साथ साझेदारी में जागरूकता पहल की जाएगी। भारत सरकार के सचिव, डीओपीपीडब्ल्यू श्री वी श्रीनिवास ने आज उदयपुर में 20 और 21 जून, 2022 को बैंकर्स जागरूकता कार्यक्रम का उद्घाटन किया। उद्घाटन कार्यक्रम में एसबीआई के डीएमडी श्री राणा आशुतोष कुमार सिंह, संयुक्त सचिव (डीओपीपीडब्ल्यू) श्री एस एन माथुर, सीपीएओ के सीसीपी श्री भूपाल नंदा, श्री सुभाष जोइनवाल, सीजीएम, जीबीएसएसयू, एसबीआई और श्री आरके मिश्रा, सीजीएम, एसबीआई। यह दो दिवसीय प्रशिक्षण उत्तरी क्षेत्र के सीपीपीसी और पेंशन हैंडलिंग शाखाओं के 50 अधिकारियों को एक साथ लाएगा। इन कार्यक्रमों का लक्ष्य केंद्र सरकार के सेवानिवृत्त लोगों को पेंशन के संवितरण को नियंत्रित करने वाले विभिन्न विनियमों और प्रक्रियाओं की समझ बढ़ाना है, साथ ही साथ क्षेत्रीय कर्मचारियों को नीति और प्रक्रियात्मक समायोजन के परिणामस्वरूप समय-समय पर होने वाले परिवर्तनों पर तेजी लाने के लिए तैयार रखना है। कार्यक्रम का लक्ष्य बैंक अधिकारियों को इन प्रक्रियाओं और पेंशनभोगियों की शिकायतों से निपटने के दौरान अनुभव की जाने वाली चुनौतियों को बेहतर ढंग से समझने में मदद करना है। जीवन प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने में, डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र और चेहरे की प्रमाणीकरण प्रौद्योगिकियां पेंशनभोगियों और बैंकों के लिए एक गेम-चेंजर होंगी। ये जागरूकता अभियान बैंक कर्मचारियों के लिए अपनी क्षमता बढ़ाने का एक शानदार तरीका होगा। 'अग्निपथ' विरोधी हिंसा के बीच पीएम मोदी ने युवाओं को दिया अहम संदेश बेंगलुरु के इस विश्वविद्यालय में पीएम मोदी ने डॉ अंबेडकर की प्रतिमा का अनावरण किया भारतीय थल सेना अध्यक्ष ने अग्निपथ योजना को वापिस लेने से किया इंकार