कोरोना महामारी के बीच शिक्षा व्यवस्था सबसे ज्यादा प्रभावित है। इसमें तेलंगाना सरकार ने केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के 12वीं बोर्ड परीक्षाओं के आयोजन के लिए पत्र के जवाब में राज्यों को भेजे गए प्रस्तावों के सुझाव के अनुसार योजना ए के साथ जाने पर सहमति व्यक्त की है। पत्र के अनुसार सरकार योजना ए के अनुसार तीन घंटे से 90 मिनट तक की अवधि को कम करने के सुझावों के अनुसार थी, जहां छात्रों को केवल 50 प्रतिशत प्रश्न पत्र का प्रयास करना होता है। परिणाम प्रसंस्करण के दौरान इसे 100 प्रतिशत प्राप्त करने के लिए पुनर्गणना किया जाएगा। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि परीक्षा जुलाई के मध्य से आयोजित होने का प्रस्ताव है और परीक्षा के पैटर्न में कोई बदलाव नहीं होगा। इस समय परीक्षा के पैटर्न को नहीं बदला जा सकता है क्योंकि प्रश्न पत्र पहले ही छप चुके हैं। शिक्षा विभाग के सचिव संदीप कुमार सुल्तानिया द्वारा बुधवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय को भेजे गए पत्र में सरकार की टिप्पणियों का विवरण दिया गया है। सरकार ने प्रश्न पत्रों के दो अलग-अलग सेटों का उपयोग करके सुबह और दोपहर के सत्र में परीक्षा आयोजित करने का भी प्रस्ताव रखा है। अधिकतम शारीरिक दूरी सुनिश्चित करने के लिए। हालांकि, उन छात्रों के लिए, जो कोरोना या किसी अन्य कारण से परीक्षा में शामिल नहीं हो पाए थे, उन्हें उपस्थित होने का एक और मौका दिया जाएगा। इसमें कहा गया है कि सभी टिप्पणियां उस समय कोरोना महामारी की स्थिति के अधीन होंगी। खत्म हुआ इंतजार! भारतीय बाजार में आई Sputnik V वैक्सीन, जानिए क्या है दाम गृह मंत्रालय ने दोहराए कोरोना से जुड़े ये दिशानिर्देश राहुल ने केंद्र पर बोला हमला, कहा- "पीएम मोदी की नौटंकी से आई कोरोना की दूसरी लहर"