धनतेरस : धनतेरस महापर्व से जुड़ीं 5 खास बातें

धनतेरस के त्यौहार को कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है. हिंदू धर्म में इस त्यौहार का विशेष महत्व है. इससे जुड़ीं कई विशेष और खास बातें हैं जो कि हम आपको बताने जा रहे हैं. आइए जानते हैं इसके बारे में...

धनतेरस से संबंधित कुछ ख़ास बातें...

- धनतेरस के दिन धन के देवता कुबेर और धन की देवी माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है. वहीं इस दिन मृत्यु के देवता यमराज और आयुर्वेद के देवता धनवंतरी जी की पूजा भी शुभ मानी जाती है. 

- धनतेरस के दिन बर्तन आदि की खरीदारी की भी परंपरा है. इस दिन मुख्य रूप से सोने, चांदी और पीतल के बर्तन की खरीदारी होती हैं. इसके लिए आपको शाम के समय का चयन करना चाहिए. 

- यदि आप धन-धन्य से संपन्न और निरोगी रहना चाहते हैं तो आपको इस दिन माता लक्ष्मी और धनवंतरी जी का पूजन अवश्य करना चाहिए. 

- श्री सूक्त में- ‘न क्रोधो न मात्सर्यम न लोभो ना अशुभा मति:’ लिखा हुआ है. इसका अर्थ यह हुआ कि जहां गुस्सा और किसी के प्रति द्वेष की भावना पलती है, वहां पर माता लक्ष्मी का वास नहीं होता है. अतः आप यह अवश्य ध्यान रखें कि धनतेरस के दिन आप इनसे दूर रहे. एक साथ दो चीजों का वास नहीं होता है. 

- प्राचीन मान्यता के मुताबिक़, आयुर्वेद के देवता धनवंतरी जी और माता लक्ष्मी दोनों का ही अवतरण समुद्र मंथन से ही हुआ था. एक विशेष बात यह है कि जब समुद्र से दोनों प्रकट हुए तो दोनों के ही हाथ में कलश थे और इनमें अमृत भरा हुआ था. 

 

 

 

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