अंतरराष्ट्रीय कॉफी दिवस हर साल 01 अक्टूबर को मनाया जाता है। आप सभी को बता दें कि अंतरराष्ट्रीय कॉफी दिवस हर साल उन सभी लोगों के प्रयासों को पहचानने के लिए मनाया जाता है, जो कॉफी व्यवसाय से जुड़े हैं। जी दरअसल इस दिन को मनाने का उद्देश्य कॉफी पेय को बढ़ावा देना है। अंतरराष्ट्रीय कॉफी संगठन की स्थापना साल 1963 में लंदन में हुई थी। आप सभी को बता दें कि अंतरराष्ट्रीय कॉफी संगठन ने साल 2015 में इटली के मिलान में पहला विश्व कॉफी दिवस आयोजित किया था। इसी के ठीक एक साल पहले, साल 2014 में अंतरराष्ट्रीय कॉफी संगठन ने 01 अक्टूबर को प्रत्येक साल अंतरराष्ट्रीय कॉफी दिवस मनाने का फैसला किया था। जी हाँ और यह दिन विश्वभर में कॉफी किसानों के मुद्दों के बारे में जागरूकता पैदा करने हेतु भी मनाया जाता है। अब आज हम आपको बताते हैं कॉफी के बारे में कुछ अनोखी बातें। कहा जाता है इथियोपिया के एक बकरी चरवाहे काल्दी ने विश्व में सबसे पहले कॉफी बीन्स की खोज की। जी हाँ और अंतरराष्ट्रीय रिपोर्टों को माने तो कॉफी तेल के बाद दुनिया में दूसरा सबसे अधिक कारोबार किया जाने वाला उपयोगी वस्तु है। आप सभी को बता दें कि भारत विश्व का 6वां सबसे बड़ा कॉफी उत्पादक देश है। जी दरअसल भारत विश्व की कुल 4 प्रतिशत कॉफी का उत्पादन करता है। वहीं विश्व में कॉफी का सबसे ज्यादा उत्पादन ब्राज़ील, वियतनाम, कोलंबिया, इंडोनेशिया तथा इथियोपिया द्वारा किया जाता है। इसी के साथ भारत में कॉफी के सबसे बड़े उत्पादक राज्य कर्नाटक (71%), केरल (21%) तथा तमिलनाडू (5%) हैं। वहीं यह भी जानकारी है कि भारत में रोबस्टा कॉफी तथा अरेबिका कॉफी का उत्पादन बड़े पैमाने पर किया जाता है। आपको जानकर हैरानी होगी कि भारत ने साल 2017-18 के दौरान 3.16 लाख टन कॉफी का उत्पादन किया था और निर्यात 3.92 लाख टन किया था। जी दरअसल भारतीय कॉफी विश्वभर की सबसे अच्छी गुणवत्ता की कॉफी मानी जाती है, क्योंकि इसे भारत में छाया में उगाया जाता है, बल्कि विश्वभर के अन्य जगहों पर कॉफी को सीधे सूर्य के प्रकाश में उगाया जाता है। SC कॉलेजियम ने की इन 4 हाई कोर्ट में न्यायाधीशों के लिए 16 नामों की सिफारिश IPL 2021: चेन्नई और हैदराबाद में भिड़ंत आज, ये हो सकती हैं दोनों टीमों की प्लेइंग XI 2100 परिचालन फिनटेक के साथ सबसे बड़ा डिजिटल बाजार बनने की ओर अग्रसर है भारत: पीयूष गोयल