बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट के लिए पुरानी कारों में सवार होकर प्रतिभागी ग्रेटर नोएडा पहुंचे। यहां करीब एक घंटे तक कार व प्रतिभागियों को आराम देने के बाद करीब ढाई बजे से रेस शुरू की गई। बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट के ट्रैक पर बारी-बारी से सभी कारों को एक-एक कर उतारा गया। इस कार में प्रतिभागी व उनके परिवार के लोग भी सवार थे। दर्शकों से भरे मुख्य स्टैंड के सामने से पुरानी कारों को गुजरते देख कर दर्शक काफी खुश हुए। वे उनका हौसला बढ़ा रहे थे। कार रेस के साथ दर्शकों के मनोरंजन के लिए कथकली नृत्य व लोक नृत्य का आयोजन कराया गया था। आयोजकों ने बताया कि वटेज कार रेस में लीजेंडरी 1912 रॉल्स रॉयस सिल्वर घोस्ट, 1967 रॉल्स-रॉयस फैंटम फाइव, 1922 मून, 1927 लैंचेस्टर व 1933 कैडीलक वी127 लिमेजिन दर्शकों के लिए बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट पर पहली बार उतारी गई। पुरानी जमाने की इन कारों को देख कर दर्शक काफी खुश हुए। टाटा जल्द पेश करेंगी अपनी 100 KM की माइलेज वाली कार चोरी होने से बचा सकते है अपनी बाइक, जानिए कैसे?