इस वर्ष 8 मार्च, रविवार को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाएगा। यह दिन देश, समूह अथवा संगठन के लिए अहम होता है। यह एक ऐसा दिन है जब हम महिलाओं की अद्भुत सामाजिक, सांस्कृतिक, आर्थिक तथा राजनीतिक सफलताओं का जश्न मनाते हैं तथा जेंडर इक्वालिटी की दिशा में ज्यादा प्रगति के लिए अभियान भी चलाते हैं। प्रथम अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस कब था? 1975 में, संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के तौर मनाना आरम्भ किया।। 2014 तक, यह 100 से ज्यादा देशों में मनाया गया, तथा 25 से ज्यादा दिनों में आधिकारिक अवकाश बना दिया गया था। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के लिए क्या रंग है? अंतरराष्ट्रीय लेवल पर, बैंगनी महिलाओं के प्रतीक के लिए एक रंग है। ऐतिहासिक तौर पर महिलाओं की समानता का प्रतीक है बैंगनी, हरा तथा सफेद। बैंगनी रंग इंसाफ तथा गरिमा का प्रतीक है। हरा रंग आशा का प्रतीक है। सफ़ेद रंग शुद्धता का प्रतीक है। महिला दिवस की शुरुआत किसने की? संयुक्त राष्ट्र ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस वर्ष 1975 में मनाना आरम्भ किया। 1977 में, संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूनाइटेड नेशन जेनरल असेंबली) ने सदस्य देशों को महिलाओं के अफसरों तथा विश्व शांति के लिए 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के तौर पर घोषित करने के लिए आमंत्रित किया। महिला दिवस मनाने की क्या वजह है? महिलाओं के विरुद्ध पक्षपात को समाप्त करने के लिए विश्व भर में इस दिन को मनाया जाता है। इस दिन को इसलिए भी मनाया जाता है जिससे महिलाओं के विकास पर ध्यान केंद्रित किया जा सके। किस साल को महिला सशक्तिकरण साल घोषित किया गया था? 2001: भारत सरकार ने 2001 को महिला सशक्तिकरण का साल घोषित किया। महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए राष्ट्रीय नीति 2001 में पारित की गई थी। बंगाल में 'हिन्दू वोटों' के लिए जंग तेज़, महाशिवरात्रि पर ममता भरेंगी नामांकन केरल चुनाव: वायनाड से 4 कांग्रेस नेताओं ने दिया इस्तीफा, हाल ही में राहुल गांधी ने किया था दौरा बिहार विधानसभा में बोले तेजस्वी- 'मेरा तो जन्म ही चपरासी फ्लैट में हुआ है...'