कोलकाता: देश की राजधानी दिल्ली सहित नोएडा और कोलकाता जैसे देश के बड़ी आबादी वाले शहर प्रदूषण को रोकने के लिए नए-नए विकल्प खोज रहे हैं. इसी बीच पश्चिम बंगाल के हुगली जिले में 7वीं कक्षा के छात्र अभिगर्भ किशोर दास ने प्रदूषण को रोकने के लिए एक नया अविष्कार किया है, जिसे 'इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल 2019' में मान्यता भी मिल गई है. अभिगर्भ ने एक ऐसा यंत्र बनाया है जो किसी भी वाहन के एग्जॉस्ट-पाइप में लगा दिया जाए, तो गाड़ी मालिक के साथ-साथ प्रदूषण विभाग और मोटर वाहन विभाग को उस गाड़ी की पूरी डिटेल मैसेज के जरिए पता चल जाएगी. कोई गाड़ी अधिक प्रदूषण फैला रही है, तो फ़ौरन यह यंत्र आपको पॉल्यूशन चेक करवाने का मैसेज भेजेगा और यदि आप अगले 7 दिनों में गाड़ी की पॉल्यूशन चेक नहीं करवाते हैं तो आपके बैंक अकाउंट से रोज़ाना सरकार द्वारा निर्धारित राशि काटी जाएगी. यदि आपके बैंक अकाउंट में पैसे नहीं है तो आपकी गाड़ी को ऑटो ब्रेक के जरिए रोक दिया जाएगा और आप जब तक पॉल्यूशन डिपार्टमेंट से क्लियरेंस सर्टिफिकेट नहीं लेते हैं तब तक आप वाहन नहीं चला सकेंगे. इस पूरे यंत्र को बनाने की कुल लागत महज 1600 रुपए आई है, जबकि बाजार में मिलने वाले प्रदूषण कंट्रोल यंत्र का दाम एक लाख से ज्यादा है. सेंसेक्स की इन छह कंपनियों के शेयर्स में आया उछाल, सबसे ऊपर रही रिलायंस इंडस्ट्रीज NCAER घटा रहा ग्रोथ रेट, ग्रोथ को गति देने के लिए खर्च बढ़ाना जरुरी पेट्रोल की कीमतों में वृद्धि का सिलसिला जारी, डीज़ल के दाम स्थिर