देश में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर मचे बवाल के बीच अब अमेरिकी उद्यमी और पूंजी निवेशक टिमोथी कुक ड्रेपर ने चिंता जाहिर की है. उन्होंने कहा कि भारत में जो कुछ हो रहा है उससे वो चिंतित हैं और भारत में अपनी निवेश की योजनाओं पर उन्हें गंभीरता से सोचना पड़ रहा है. निवेश हो सकता है प्रभावित दरअसल टिमोथी कुक ड्रेपर एक अमेरिकी पूंजी निवेशक हैं, इसके साथ-साथ टिम कुक ड्रेपर फिशर जुरवेत्सन (Draper Fisher Jurvetson), ड्रेपर यूनिवर्सिटी, ड्रेपर वेंचर नेटवर्क, ड्रेपर एसोसिएट्स और ड्रेपर गोरेन होल्म के संस्थापक हैं. उन्होंने ट्वीट में लिखा है, 'भारत में धर्म को लेकर जो कुछ हो रहा है, वह चिंता का विषय है और मुझे वहां अब बिजनेस में फंड देने की योजना पर सोचना पड़ रहा है.' कुक का यह बयान दर्शाता है कि वह भारत में पूंजी लगाने से हाथ पीछे खींच सकते हैं. भारत सरकार को सोचने की जरूरत असल में, मोदी सरकार ने साल 2024 तक भारतीय इकोनॉमी का लक्ष्य 5 ट्रिलियन डॉलर का रखा है. और इस कड़ी में भारत को बड़े पैमाने पर विदेशी निवेश की जरूरत है. पिछले दिनों जब पीएम मोदी अमेरिकी यात्रा पर थे तो उन्होंने वहां के निवेशकों से भारत में कारोबार के लिए आमंत्रित किया था. पीएम मोदी की अपील में कई अमेरिकी पूंजी निवेशक भारत की तरह रुख कर रहे हैं. परन्तु अब नागरिकता संशोधन कानून बनने के बाद जिस तरह से इसका विरोध देश भर में हो रहा है, उससे अर्थव्यवस्था को भी झटका लग सकता है. ऐसे में केंद्र सरकार को अब विदेशों निवेशकों के विश्वास जीतने की जरूरत है. एक जनवरी से काम नहीं करेंगे आपके पुराने डेबिट और क्रेडिट कार्ड, RBI करने जा रहा ये काम डीजल के दामों में लगातार दूसरे दिन बढ़ोतरी, पेट्रोल की कीमत में मिली राहत फिर चमके सोना-चांदी के दाम, जानिए आज क्या है भाव