नई दिल्ली: आर्थिक सुस्ती के बीच सोना नित नई ऊंचाइयों को छू रहा है और चांदी के दाम भी बढ़ रहे हैं और विश्लेषकों का अनुमान है कि पीली धातु की चमक अभी कुछ और वक़्त तक बनी रहेगी। इस समय जब देश दुनिया की अर्थव्यवस्थाओं में नरमी या गिरावट का दौर चल रहा है, शेयर बाजार गिर रहा हैं और प्रॉपर्टी बाजार भी 'ठंडा' पड़ा हुआ है, ऐसे में सोना उन गिनी चुनी परिसम्पत्तियों में है जो निवेशकों के लिए सुरक्षित और लुभावना लग रहा है। भारत में बहुमूल्य धातुओं में निवेश करने वाले निवेशक इस वक़्त 'चांदी' काट रहे हैं। जानकारों का अनुमान है कि सोने के दामों में तेजी अभी जारी रहेगी और दिवाली तक इसका दाम नया रिकॉर्ड बना सकता है। इस कैलेंडर साल में सोने ने निवेशकों को 20 फीसद से ज्यादा लाभ दे चुका है, जबकि 2018 में इसमें निवेश का प्रतिफल करीब 6 फीसद था। गत 31 दिसंबर को दिल्ली में सोने की कीमत 32,270 रुपए प्रति दस ग्राम था जो आज 39,000 पर चल रही है। इस तरह साल 2019 में सोना निवेशकों को अब तक 20 फीसद से ज्यादा का प्रतिफल दे चुका है। इसी तरह चांदी भी 39,000 रुपए प्रति किलो से इस कैलेंडर वर्ष में 50,000 रुपए प्रति किलो के स्तर पर पहुंच चुकी है। इस तरह बहुमूल्य धातुओं ने निवेशकों को आशा से बेहतर रिटर्न दिया है। इस विकसित देश की अर्थव्यवस्था भी खा रही है हिचकोले, विकास दर एक दशक के निचले स्तर पर फेसबुक के 40 करोड़ यूजर्स के फोन नंबर हुए लीक अगर 31 अगस्त तक भी नहीं भरा है इनकम टैक्स, तो जल्द अपना लें ये विकल्प नहीं तो....