भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) के परस्पर विरोधी गुटों के बीच मतभेद दूर करने की अध्यक्ष नरिंदर बत्रा की अपील के एक दिन बाद महासचिव राजीव मेहता ने मतभेद दूर करने का आग्रह किया. जिसके कारण उन्हें लगता है कि भारतीय खेलों को नुकसान पहुंच रहा है. बत्रा ने मेहता के सचिव के तौर पर अधिकारों को कम करने के प्रयास किए थे, जिसके बाद इन दोनों के बीच आपसी द्वंद्व चल रहा है. मेहता ने बयान जारी करके कहा, ‘आईओए में अंदरूनी लड़ाई सही नहीं है और भारतीय खेलों की भलाई के लिए इसे खत्म कर देना चाहिए. हमें सौहार्दपूर्ण तरीके से मामलों को सुलझाना चाहिए. हम सभी अपनी तरफ से सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहे हैं. मैं इसको लेकर सकारात्मक हूं कि सभी पदाधिकारी और कार्यकारी परिषद के सदस्य मुद्दों को सुलझाकर मिलकर काम करेंगे.’ रविवार को बत्रा ने भी इसी तरह की अपील की थी. उन्होंने कहा था, ‘मैं सभी पदाधिकारियों और आईओए के सदस्यों से अपील करता हूं कि वे गुटबाजी से दूर रहें, और खिलाड़ियों के सर्वोच्च हितों और उनके संबंधित खेलों के विकास के लिए सहयोग देने का काम करें.’ ऋतंभरा ने जीती ताइक्वांडो ऑनलाइन प्रतियोगिता कोहली बोले- 2014 एडिलेड टेस्ट भारत के लिए... आखिर क्यों वॉ ने शेन ली को वार्न के प्रति किया था आगाह