आजकल स्मार्टफोन और इंटरनेट यूज़र अपने नेट की सिक्योरिटी को लेकर अक्सर चिंतित रहते है. कोई भी एप इंस्टॉल करते वक्त ज्यादातर लोग ये नहीं देखते कि वो ऐप आपके लिए परेशानी बन सकती है. आपके पास दो ऑप्शन हैं - या तो एंड्रॉयड खरीदें या ऐपल. एंड्रॉयड के मुकाबले ऐपल के फोन ज्यादा सिक्योर होते हैं. लेकिन क्या हो अगर आपने iPhone में कोई ऐप इंस्टॉल किया है और वो आपकी जासूसी कर रहा हो? गूगल के एक इंजीनियर, फेलिक्स के मुताबिक iPhone में इंस्टॉल किया गया ऐप यूजर की जासूसी कर सकता है. जासूसी करने के लिए वो डिवाइस के कैमरा को यूज करता है यानी उस ऐप के डेवेलपर आपके ही स्मार्टफोन कैमरे से आप पर नजर रख सकते हैं. इसके लिए ऐप को आपकी परमिशन की जरूरत होगी, लेकिन इसे बाइ डिफॉर्ट करके डेवेलपर आपकी आंखों में धूल बड़ी आसानी झोंक सकता है. इसके समाधान के लिए फेलिक्स ने एक फर्जी सोशल मीडिया ऐप तैयरा किया जिससे वो हर सेकंड यूजर की फोटो क्लिक करके उसे वेबसाइट पर अपलोड करे. इसके लिए ऐप यूजर की इजाजत लेने की भी जरूरत नहीं है. डेवेलपर के मुताबिक ऐसा करने के पीछे का मकसद iOS ऐप में प्राइवेसी इश्यू की तरफ ध्यान केंद्रित करना है. आमतौर पर iOS में किसी ऐप इंस्टॉल करने से पहले आपसे परमिशन मांगी जाती है. लेकिन इस डेवेलपर का कहना है कि यदि एक बार अपने इस एप को परमिशन देदी तो फिर ये परमानेंटली आपके फोन में रहेगी, जो कंटीन्यू आपकी फोटो और वीडियोज कैप्चर कर सकता है. टेक्नोलॉजी में पढिये नए गैजेट्स, इंस्ट्रूमेंट्स, मोबाइल अप्प्स से जुडी मज़ेदार बातें और किस तरह आप भी बन सकते है स्मार्ट मोबाइल यूजर. iPhone X हुआ आउट ऑफ़ स्टॉक इस तरह बनाएं पाइनएप्‍पल का खट्टा मीठा रायता एप्पल के आईफोन और आईपैड में iOS 11 की परेशानियों को ऐसे करें दूर