उत्तरप्रदेश में काफी समय से एसएसपी वैभव कृष्ण का मामला चर्चा में बना हुआ है. सीएम के रिपोर्ट तलब करने के बाद से मामला और गर्मा गया है. वही दूसरी और गौतमबुद्धनगर के एसएसपी वैभव कृष्ण का गोपनीय पत्र लीक होने के बाद पुलिस अधिकारियों के भ्रष्टाचार के सवाल थमते नजर नहीं आ रहे. प्रकरण में अब निलंबित चल रहे एडीजी जसवीर सिंह का नाम भी जुड़ गया है. जसवीर सिंह ने आइपीएस अधिकारियों के वॉट्सएप ग्रुप में एक पोस्ट की है, जिसमें उन्होंने आइपीएस एसोसिएशन की बैठक बुलाकर पूरे प्रकरण को लेकर खुली चर्चा की मांग की है. इससे पहले आइपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर भी मुद्दे को लेकर आइपीएस एसोसिएशन की बैठक बुलाने की मांग कर चुके हैं. ऑस्ट्रेलिया: आग लगने से समाप्त हुआ जंगल, अब शेष भाग काटने की तैयारी मीडिया रिपोर्ट के अनुसार एडीजी जसवीर सिंह का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लिखा गया एक पत्र भी सामने आया है. उन्होंने दो जनवरी को मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में मीडिया की खबरों का हवाला देते हुए पांच आइपीएस अधिकारियों पर लगे कथित भ्रष्टाचार की स्वतंत्र विवेचना कराने की मांग की है. जसवीर सिंह ने आरोपित अधिकारियों की जिलों में पोस्टिंग को लेकर भी सवाल उठाया है.कहा है कि अधिकारी पद का दुरुपयोग कर जांच प्रभावित कर सकते हैं. भ्रष्टाचार मामले में संबंधित अधिकारियों के खिलाफ अलग से एफआइआर दर्ज करने व उसकी विवेचना स्वतंत्र एजेंसी की एसआइटी गठित कर कराने की मांग की है. सांसद नांग्याल ने जेएनयू हिंसा पर दिया बड़ा बयान, कहा-मैं इसे बहुत दुर्भाग्यपूर्ण मानता हूं.... इस मामले को लेकर जसवीर सिंह ने दो जनवरी को ही स्पीड पोस्ट व ईमेल के जरिए नोएडा के थाना सेक्टर 20 के प्रभारी को तहरीर भेजकर एसएसपी गौतमबुद्धनगर वैभव कृष्ण द्वारा एक जनवरी को की गई प्रेसवार्ता में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों द्वारा किए गए कथित भ्रष्टाचार मामले में एफआइआर दर्ज करने की मांग की थी. ध्यान रहे, वैभव कृष्ण के कथित वीडियो वायरल होने के बाद उनके द्वारा शासन व वरिष्ठ अधिकारियों को लिखा गया गोपनीय पत्र भी लीक हो गया था, जिसमें पांच आइपीएस अधिकारियों पर भी भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप थे. अमेरिका-ईरान तनाव रोकने के लिए, भारतीय सेना ने उठाया यह कदम अमेरिका-ईरान तनाव रोकने के लिए, भारतीय सेना ने उठाया यह कदम भजपा और बसपा छोड़ कांग्रेस से जुड़े कई नेता