लखनऊ: उत्तर प्रदेश में महोबा जिले के क्रेशर कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी की मौत के बाद से फरार चल रहे IPS मणिलाल पाटीदार की वसूली का खेल विजिलेंस जांच में सामने आया है. IPS अफसर मणिलाल पाटीदार को जांच में दोषी पाया गया है. सितंबर 2020 में महोबा में पुलिस अधीक्षक रहे मणिलाल पाटीदार को चंद्रकांत त्रिपाठी की मौत के बाद राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार ने निलंबित कर दिया था और 11 सितंबर 2020 को विजिलेंस जांच के आदेश दिए गए थे. विजिलेंस जांच में खुलासा हुआ है कि महोबा में थानेदारों की पोस्टिंग में जमकर लेन-देन हुआ. महीने की वसूली को लेकर तत्कालीन पुलिस अधीक्षक मणिलाल पाटीदार ने थानेदारों को कई बार हटाया और तैनात किया था. थाना प्रभारियों की तैनाती को लेकर DGP हेडक्वार्टर के निर्देशों तक का भी पालन नहीं किया गया. वहीं, रिश्वत देकर थानेदारों की पोस्टिंग होने के बाद जिले में मातहत पुलिसकर्मियों ने जमकर वसूली की और जनता को प्रताड़ित किया. विजिलेंस ने IPS मणिलाल पाटीदार पर को भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज करने की शासन से अनुमति मांगी थी, जिसे अब मुख्यमंत्री कार्यालय ने मंजूर कर लिया है. जिसके बाद अब जल्द ही IPS अफसर मणिलाल पाटीदार के खिलाफ विजिलेंस की तरफ से FIR दर्ज की जाएगी. PNB ने फिक्स्ड डिपॉजिट्स की ब्याज दरों में 60 आधार अंकों की वृद्धि की 'शाहीनबाग़ के अवैध अतिक्रमण पर मत चलाओ बुलडोज़र..', सुप्रीम कोर्ट पहुंची कम्युनिस्ट पार्टी 'हिन्दुओं को सबक सिखाना था मुस्लिम दंगाइयों का मकसद..', कोर्ट ने AAP के पूर्व पार्षद ताहिर हुसैन पर तय किए आरोप