प्लेन हाईजैक किया इब्राहिम-अख्तर ने, लेकिन फिल्म में आतंकी दिखाए जाएंगे भोला-शंकर, शुरू हुआ विरोध

नई दिल्ली: नेटफ्लिक्स पर हाल ही में अनुभव सिन्हा के निर्देशन में बनी सीरीज "IC 814" रिलीज़ हुई है, जो 1999 के कंधार हाईजैक की सत्य घटना पर आधारित है। इस सीरीज में दिखाया गया है कि कैसे आतंकियों ने भारत में बंद आतंकवादियों को छुड़ाने के लिए एक प्लेन को हाईजैक किया और यात्रियों को 7 दिनों तक बंधक बनाए रखा। लेकिन, सत्य घटना पर आधारित इस फिल्म में आतंकियों के असली नाम नहीं बताए गए हैं, बल्कि उनके नाम भोला-शंकर बताते हुए उसे हिन्दू समुदाय से जोड़ने की कोशिश की गई है। अगर किसी को प्लेन हाईजैक की असली कहानी ना पता हो, तो हो सकता है, वो प्लेन देखने के बाद यही समझे कि इसे चरमपंथी हिन्दुओं ने हाईजैक किया था, जबकि सच्चाई इसके बिलकुल उलट है। 

 

सीरीज को लेकर सोशल मीडिया पर कुछ आपत्तियाँ उठ रही हैं। आलोचकों का कहना है कि बॉलीवुड एक बार फिर से इतिहास को सही ढंग से पेश करने में विफल रहा है। लोगों का आरोप है कि सीरीज में आतंकियों की छवि को सकारात्मक दिखाने की कोशिश की गई है और इसमें हिंदुओं को बदनाम करने के लिए आतंकियों के हिंदू नामों का इस्तेमाल किया गया है। आलोचकों ने निर्देशक अनुभव सिन्हा को इस्लामी जिहादी और हिंदूफोबिक करार दिया है, और सीरीज में दिखाए गए नाम जैसे "भोला" और "शंकर" को लेकर आपत्ति जताई है। उनका कहना है कि इस तरह की फिल्मों को नहीं दिखाया जाना चाहिए। जबकि आतंकियों के असली नाम  इब्राहिम अतहर, शाहिद अख्तर सईद, गुलशन इकबाल, सनी अहमद काजी, मिस्त्री जहूर इब्राहिम और शाकिर थे, सीरीज में उनके कोड वर्ड्स का इस्तेमाल किया गया है। कोड वर्ड्स जैसे "भोला" और "शंकर" सही हैं, लेकिन असली नामों की बजाय कोड वर्ड्स को प्रमुखता दी गई है।

 

लोगों की आपत्ति इस बात पर है कि सीरीज में आतंकियों के असली नाम क्यों नहीं बताए गए। वे चिंतित हैं कि इससे दर्शकों के दिमाग में गलत धारणा बन सकती है कि हाईजैकर्स हिंदू थे, जबकि असली आतंकवादी मुस्लिम थे। इसके अलावा, सीरीज में आतंकियों को दयावान दिखाए जाने की भी आलोचना की गई है, जिसमें उन्हें यात्रियों के खाने-पीने का ध्यान रखते हुए और उनकी चोटों की परवाह करते हुए दर्शाया गया है। आलोचकों का कहना है कि सीरीज ने आतंकियों की क्रूरता को सही से नहीं दिखाया और इसे बहुत ही सपाट तरीके से प्रस्तुत किया गया है।

भाजपा नेता अमित मालवीय ने भी इस पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि "IC 814" के हाईजैकर्स दुर्दांत आतंकवादी थे जिन्होंने अपनी मुस्लिम पहचान छिपाने के लिए हिंदू नामों का इस्तेमाल किया। मालवीय का आरोप है कि अनुभव सिन्हा ने जानबूझकर उनके नामों को छिपाया और वामपंथी एजेंडे के तहत आतंकवाद को हल्का दिखाने की कोशिश की है। इस विवाद के बढ़ते प्रभाव के चलते, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने नेटफ्लिक्स कंटेंट हेड को समन भेजने की बात भी सामने आई है।

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