तेहरान: अमेरिकी प्रशासन अपने वर्चस्व की लड़ाई में रोज नए अध्याय को जोड़े जा रहा है, वह चीन पर प्रतिबन्ध लगाना हो या रूस से मित्रता रखने वाले देशों को धमकी देना हो. इसी बीच अमेरिका से नाराज़ ईरान ने ट्रम्प प्रशासन का हाल सद्दाम हुसैन जैसा करने की धमकी दे दी है. H4 वीजा : 3 महीने में निर्णय लेगा अमेरिका, भारतीयों को लग सकता है झटका बात दें कि अमेरिका और ईरान के मध्य हए परमाणु समझौते को अमेरिका ने रद्द कर दिया था और तब से इन दोनों देशों के मध्य रिश्ते तल्ख़ होते चले गए. अभी हाल ही में ट्रम्प ने ईरान पर दुबारा प्रतिबन्ध लगा दिए जिस पर कड़ी नाराज़गी जताते हुए हसन रूहानी ने अपने एक भाषण में कहा कि ट्रम्प को भी सद्दाम हुसैन कि तरह ही अंजाम भुगतने पड़ेंगे.अगर अमरीका चाहता है कि ईरान अपने रक्षा उपकरण ख़त्म कर दे तो यह नहीं हो सकता, अमेरिका को अगर ईरान की मिसाइल से डर लगता है, तो यह अमेरिका का भ्रम है, लेकिन अगर इन्हे नष्ट करने को कहता है तो यह अमेरिका की भूल है. पाकिस्तान के 'इमरान खान' को अमरीकी अदालत ने सुनाई तीन साल की सजा बता दें कि अमेरिका ने रूस की ही तरह उन सभी देशो को भी चेतावनी जारी की है को ईरान से व्यापारिक ताल्लुख रखते हैं. बीते दिनों अमेरिकी विदेश मंत्री ने ईरान पर लगे प्रतिबन्ध के नवंबर से लागू होने की बात कही थी. पोम्पियो ने यह भी कहा था कि अगर कोई भी देश ईरान से व्यापरिक रिश्ते रखेगा तो उसे अलग नियम से निपटा जायेगा.( यहां पोम्पियो के अलग नियम से सम्बन्ध उसी अमेरिकन एडवर्सिरीज़ एक्ट से है जिसके अंतर्गत चीन पर प्रतिबन्ध लगाए गयी हैं.) भारत और रूस के बीच एस-400 मिसाइल डिफेन्स डील भी इसके दायरे में आती है. आतंकवाद से प्रभावित देशों की सूची में भारत तीसरे स्थान पर, देश के माओवादी भी प्रथम पांच आतंकी समूहों में शामिल : अमेरिका बता दें कि अमरीकी संसद में कांग्रेस ने 11 सितंबर को एक शोध रिपोर्ट जारी की थी जिसमे कहा गया था कि भारत सिर्फ 'संयुक्त राष्ट्र' के प्रतिबंधों का पालन करता है किसी भी देश का नहीं. रिपोर्ट में यह भी दर्ज़ था कि भारत ईरान से अपनी ऊर्जा की ज़रूरतें पूरी करता है, इसलिए हो सकता है कि भारत ईरान पर लगाए गए प्रतिबंधों को न माने या विरोध करे. इस रिपोर्ट के आधार पर हो सकता है कि ट्रम्प सरकार भारत से बातचीत कर सकती है. क्योकि अमेरिका ने ईरान पर और उसके व्यापारिक साझेदार पर प्रतिबन्ध लगा चुका है, जो नवम्बर से लागू होगा लेकिन ट्रंप सरकार इस मुद्दे पर भारत से बातचीत कर सकती है। साथ ही ट्रंप उन देशों और कंपनियों पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई करने की चेतावनी दे चुके हैं जो चार नवंबर तक ईरान से तेल का आयात बंद नहीं करेंगे। ख़बरें और भी अमेरिका ने दी भारत को धमकी,रूस से समझता रद्द करो मॉडल एना ने लगाया रूस के राष्ट्रपति पुतिन पर हत्या की साजिश का आरोप इज़राइल ने रूस के विमान को मार गिराया फिर नेतन्याहू ने पुतिन को किया फोन