तेहरान: ईरान सरकार ने जासूसी के आरोप में 10 साल कैद की सजा भुगत रहे अमेरिकी नागरिक बैक्वेर नमाजी को मेडिकल लीव ख़त्म होने के बाद फिर से कारगर भेज दिया है. ईरान सरकार की इस कवायद से अमेरिकी अधिकारी गोल्डस्टीन बेहद नाराज़ हैं और उन्होंने नमाजी को मानवीय आधार पर तुरंत रिहा करने की अपील की है.गोल्डस्टीन ने कहा है कि, नमाज़ी की तबियत बिगड़ रही है अभी उन्हें इलाज की ज़रूरत है, सरकार कैसे उन्हें वापिस जेल भेज सकती है. जानकारी के अनुसार, नमाज़ी के पुत्र सियामक नमाजी को भी ईरान सरकार ने बिना किसी उचित कारण के कारावास में डाल रखा है, नमाज़ी के पुत्र को भी 10 साल की सजा सुनाई गई है, लेकिन उसका जुर्म ईरान सरकार द्वारा स्पष्ट नहीं किया गया है, ईरान के कानून अनुसार, ईरान दोहरी नागरिकता को मान्यता नहीं देता है और नमाज़ी के पास अमेरिका और ईरान दोनों देशों की नागरिकता है. आपको बता दें कि, 81 वर्ष के बैक्वेर नमाजी को फरवरी 2016 में बंदी बनाया गया था, जबकि उनके पुत्र सियामक नमाजी अक्टूबर 2015 से ही ईरान कि जेल में बंद हैं. बैक्वेर नमाजी को जासूसी और अमेरिकी सरकार के साथ 'मिलीभगत' के आरोप में बीतेे साल अक्टूबर में 10 साल जेल की सजा सुनाई गई थी, लेकिन, अमेरिकी सरकार और नमाजी का परिवार इन आरोपों को खारिज करता है. 15 जनवरी के बाद बैक्वेर नमाजी की सेहत बिगड़ जाने पर उन्हें मानवाधिकार के तहत 4 दिन के लिए रिहा किया था, जिसके बाद उन्हें वापिस गिरफ्तार कर लिया गया. अब देखना यह हैं कि क्या ट्रम्प प्रशासन बैक्वेर नमाजी की कुछ मदद कर पाता है या फिर नमाज़ी को अपना आखिरी समय ईरान की कालकोठरियों में गुजरता है. महिलाओं की खतना का खौफनाक खुलासा "सऊदी का दोस्त भारत" के साथ सुषमा और किंग की मुलाकात ईरान में महिलाएं हिजाब के ख़िलाफ़