तेहरानः अमेरिका द्वारा सख्त प्रतिबंधों को झेल रही ईरान को एक बड़ा झटका लगा है। अमेरिकी प्रतिबंधों के कारण कई विदेशी कंपनियों ने देश के महत्वपूर्ण परियोजनाओं से अपने हाथ वापस खींच लिए हैं। इसी कड़ी में ईरान को एक और बड़ा झटका लगा है। ईरान की एक बड़ी गैस परियोजना से चीन की सरकारी पेट्रोलियम कंपनी सीएनपीसी ने बाहर होने का फैसला किया है। सीएनपीसी ने यहां के अपतटीय प्राकृतिक गैस क्षेत्र के एक हिस्से को विकसित करने के पांच अरब डॉलर (करीब 35 हजार करोड़ रुपये) के सौदे से खुद को अलग कर लिया है। इस बात की जानकारी खुद पेट्रोलियम मंत्री बिजन नामदार जांगेनेह ने दी है। अब इस पूरी परियोजना की जिम्मेदारी ईरान की सरकारी पेट्रोलियम कंपनी पेट्रोपार्स संभालेगी। 2015 में दुनिया के बड़े देशों के साथ हुए समझौते के बाद ईरान के परमाणु कार्यक्रमों को सीमित रखने के बदले में प्रतिबंधों से छूट दी गई थी। इसके बाद जुलाई, 2017 में चीन की सीएनपीसी, फ्रांस की पेट्रो कंपनी टोटल और पेट्रोपार्स के बीच इस गैस क्षेत्र को लेकर समझौता हुआ था। बीते साल मई में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान से हुए परमाणु समझौते से अमेरिका को अलग करते हुए ईरान पर फिर कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए थे। इसके तीन महीने बाद ही टोटल ने खुद को ईरान की इस परियोजना से बाहर कर लिया था। इसके बाद से ही परियोजना को लेकर हुए समझौते पर आशंका के बादल मंडराने लगे थे। अब सीएनपीसी ने भी खुद को इससे अलग कर दिया है।सीएनपीसी ने हालांकि इसके पीछे कोई कारण नहीं बताया है। फेसबुक की डिजिटल करेंसी लांच करने की महत्वाकांक्षी योजना अधर में लटकी, जाने कारण केंद्रीय मंत्री नकवी ने गिनाए एफडीआइ नियमों में सुधार के फायदे पे‍ट्रोल-डीजल की कीमतों में कटौती जारी, जानें नई कीमत