पटना: बिहार की नई महागठबंधन सरकार में उपमुख्यमंत्री बने तेजस्वी यादव पर गिरफ़्तारी की तलवार लटकने लगी है। दरअसल, केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने IRCTC घोटाला मामले में बिहार के डिप्टी सीएम और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव के खिलाफ शनिवार को दिल्ली की एक कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। CBI ने मामले में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव को दी गई जमानत निरस्त करने की मांग की है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, स्पेशल जज गीतांजलि गोयल ने CBI की याचिका पर तेजस्वी यादव को नोटिस जारी करते हुए मामले में जवाब तलब किया है। बता दें कि तेजस्वी यादव और उनकी मां राबड़ी देवी को 2018 में इस मामले में जमानत प्रदान की गई थी। यह घोटाला IRCTC होटल के रखरखाव अनुबंध के मामले से जुड़ा हुआ है, जिसमें CBI ने 12 लोगों और दो कंपनियों को आरोपी बनाया था। 2006 में रांची और ओडिशा के पुरी में IRCTC के दो होटलों के ठेके बिहार की राजधानी पटना में एक प्रमुख स्थान पर तीन एकड़ के वाणिज्यिक भूखंड के तौर पर रिश्वत में शामिल एक प्राइवेट फर्म को आवंटित करने में कथित अनियमितताएं थीं। केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भी मामले में चार्जशीट दाखिल की थी और उन पर मनी लॉन्ड्रिंग का इल्जाम लगाया था। अब यदि कोर्ट तेजस्वी यादव की जमानत रद्द कर देती है, तो उनकी गिरफ़्तारी हो सकती है। अमानतुल्लाह खान के बाद उनका करीबी हामिद गिरफ्तार, घर से मिले थे अवैध हथियार क्या 'भ्रष्टाचारियों' को खुद संरक्षण दे रहे केजरीवाल ? अमानतुल्लाह की गिरफ्तारी से उठे कई सवाल 'मोदी जी हम जैसे ज्‍यादातर स‍िखों से बेहतर सिख..', इक़बाल सिंह ने गिनाए PM के काम