सिंगरौली शहर जो बिजली उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है, आज मध्य प्रदेश राजनीती में एक नया इतिहास रचने जा रहा है. सालों से सिंगरौली ने 'बदलाव' को मूल मंत्र माना है. इस बार भी वहां की जनता ने वहां भाजपा या कांग्रेस को न चुन कर एक नए राजनैतिक दाल को मौका देना चाहा है. हाल ही में हुए मध्य प्रदेश नगर निकाय चुनाव की मतगणना के रुझानों को देखते हुए ये सिद्ध हो चूका है कि सिंगरौली ने एक नए राजनैतिक इतिहास को रचने कि पूरी कोशिश की है. आम आदमी पार्टी की महापौर प्रत्यासी रानी अग्रवाल ने अंतिम चरण में जीत का बिगुल बजा दिया है. मना जा रहा है की रानी अग्रवाल ने चुनाव उसी दिन जीत लिया था जिस दिन दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने सिंगरौली में कदम रखे थे. सिंगरौली नगर निगम चुनाव में तीन बहुत की प्रसिद्ध और लोकप्रिय नेताओं ने महापौर चुनाव में कदम रखा था. जिनमे से कांग्रेस से अरविन्द सिंह चंदेल, भाजपा से चंद्र प्रताप विश्वकर्मा और आम आदमी पार्टी से रानी अग्रवाल हैं. रानी अग्रवाल महापौर चुनाव को जीत इतिहास रचा है, तो वहीं आम आदमी पार्टी के लिए उनकी पहली महापौर बानी हैं पुरे प्रदेश में और यह आम आदमी पार्टी के लिए मध्य प्रदेश राजनीती में इतिहासिक शुरुआत है। बुरहानपुर, खंडवा के बाद सतना में भी BJP की जीत, जानिए किस शहर में कौन चल रहा आगे? महापौर चुनावों में BJP को बड़ा झटका, जानिए कहाँ कौन चल रहा है आगे? MP के 11 नगर निगम में महापौर रिजल्ट से पहले खंडवा में मचा हंगामा, छिंदवाड़ा का भी रहा बुरा हाल