कई लोगों को लगता है कि हार्ट अटैक के बाद एक्सरसाइज नहीं करनी चाहिए। हालांकि, यह गलतफहमी है। हार्ट अटैक से बचने के लिए नियमित एक्सरसाइज और योग बहुत फायदेमंद होते हैं। लेकिन हार्ट अटैक के बाद कुछ विशेष सावधानियाँ बरतनी चाहिए। कार्डियोलॉजिस्ट का कहना है कि दिल का दौरा पड़ने के बाद मरीजों को कुछ दिनों तक ज्यादा कठिन एक्सरसाइज से बचना चाहिए। अगर तुरंत हाई डेंसिटी एक्सरसाइज की जाए, तो दिल को खतरा हो सकता है। इसलिए हार्ट अटैक के बाद रिकवरी करने तक, किसी भी प्रकार की मेहनत वाली एक्सरसाइज से बचना चाहिए। ज्यादा एक्सरसाइज से फिटनेस कुछ लोग मानते हैं कि ज्यादा एक्सरसाइज करने से शरीर फिट रहता है और हार्ट अटैक का खतरा कम होता है। यह मान्यता भी गलत है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि शरीर की जरूरत और क्षमता के अनुसार ही वर्कआउट करना चाहिए। जरूरत से ज्यादा एक्सरसाइज करने से मसल्स में खिंचाव या दर्द हो सकता है, जो लंबे समय तक जारी रहना खतरनाक हो सकता है। फिटनेस और हार्ट अटैक का रिस्क कई लोग यह मानते हैं कि अगर वे फिट हैं तो हार्ट अटैक का रिस्क नहीं रहता। यह भी एक भ्रम है। भले ही फिटनेस से हार्ट अटैक का रिस्क कम हो सकता है, लेकिन इसका पूरी तरह से खतरा नहीं खत्म होता। हार्ट अटैक की फैमिली हिस्ट्री, डायबिटीज, कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर जैसी समस्याओं का भी ध्यान रखना पड़ता है। रोजाना एक्सरसाइज और मेडिकल चेकअप एक्सरसाइज करने के बावजूद, दिल की बीमारियों से बचने के लिए नियमित मेडिकल चेकअप जरूरी है। अगर आप रोजाना एक्सरसाइज करते हैं, तो भी किसी बीमारी की चपेट में आ सकते हैं। इसलिए, इस भ्रम में न रहें और समय-समय पर दिल और ओवरऑल बॉडी का मेडिकल टेस्ट करवाते रहें। इन गलतफहमियों को दूर करके और सही जानकारी के साथ, आप अपनी सेहत को बेहतर तरीके से समझ सकते हैं और अपनी फिटनेस को बनाए रख सकते हैं। बॉलीवुड का ये एक्टर बनेगा 'रेस 4' में विलेन! 10 गुना ज्यादा भयानक होगा किरदार कंगना रनौत को मिला था प्रियंका चोपड़ा का ये रोल, इस कारण छोड़ी फिल्म शाहरुख खान ने सुनाया स्ट्रगल के दिनों का किस्सा, इस एक्टर का किया जिक्र