जिस तरह से अन्य मंत्रों की शक्ति होती है, उसी तरह से णमोकार महामंत्र की भी शक्ति कम नहीं आंकी जा सकती। यह मंत्र न केवल चमत्कारी माना जाता है तो वहीं इसके नियमित और नियम से जप करने वाले व्यक्ति की हर तरह की परेशानी से मुक्ति भी मिल जाती है। णमोकार महामंत्र जैन धर्म का भले ही हो, लेकिन आनंदायक और परम सुख देने वाला महामंत्र है। हम अपने पाठकों के लाभ हेतु इस महामंत्र का मूल पाठ दे रहे है। णमो अरिहंताणं, णमो सिद्धाणं, णमो आयरियाणं, णमो उवज्झायाणं, णमो लोए सव्व साहूणं, एसो पंच णमोक्कारो, सव्व पाव-प्पणासणो। मंगलाणं च सव्वेसिं, पढमं हवइ मंगलं॥ अरिहंतो को नमस्कार। सिद्धों को नमस्कार। आचार्यों को नमस्कार। उपाध्यायों को नमस्कार। सर्व साधुओं को नमस्कार। फेंगशुई के उपाय कारगर साबित राशि के अनुसार लगाए पौधे और प्राप्त करें लाभ माता शीतला की आराधना और शीतलाष्टक