नई दिल्ली: पहलवान बजरंग पूनिया और योगेश्वर दत्त एक ही अखाड़े से आते हैं और बहुत करीब रहे हैं। बजरंग ने शुरू से योगेश्वर दत्त को अपना गुरु माना है। दोनों के बीच सम्मान का यह रिश्ता कई वर्षों पुराना है। हालांकि लगता है अब इसमें दरार आ गई है। दरअसल, शुक्रवार (23 जून) को योगेश्वर दत्त ने 6 मिनट का वीडियो ट्वीटर पर साझा किया, जिसमें बजरंग पूनिया सहित कई बड़े रेसलर्स के खिलाफ बहुत कुछ कहा है। दरअसल, रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) का काम देख रही तदर्थ (एड-हॉक) समिति ने गुरुवार (22 जून) को बड़ा फैसला सुनाते हुए धरने पर बैठे पहलवानों को एशियन गेम्स के ट्रायल्स में रियायत दे दी। इन सभी पहलवानों को अगस्त में ट्रायल्स देने होंगे जहां वह बाकी ट्रायल्स के विजेताओं के खिलाफ सिर्फ एक मुकाबला खेलेंगे। बजरंग पूनिया का नाम भी इन पहलवानों में शामिल हैं। ट्रायल्स में छूट का फैसला बजरंग के गुरु कहे जाने वाले योगेश्वर दत्त को जरा भी पसंद नहीं आया और उन्होंने इसे तानाशाही करार दिया है। योगेश्वर दत्त ने कहा कि, ‘समिति ने पता नहीं क्या सोचकर यह निर्णय लिया है। यदि आपको ऐसे ही ट्रायल्स लेने हैं तो दीपक पूनिया, अंशू मलिक, रवि दहिया, सोनम मलिक जैसे कई पहलवान हैं, जो देश में नंबर वन हैं, उन्हें भी इस तरह की रियायत दें। समिति ने सिर्फ छह ही पहलवानों को छूट क्यों दी है ? यह मेरी समझ से बाहर है और यह सरासर गलत है। इससे पहले कि किसी फेडरेशन ने ऐसा नहीं किया जो फैसला आपने लिए है, बगैर कोई नियम देखें और मापदंड के बनाए हैं।’ इसके साथ ही योगेश्वर दत्त ने पहलवानों के धरने पर भी सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि, ‘यौन शोषण के मामले के लिए धरने पर बैठे थे या फिर ट्रायल्स में रियायत के लिए। मुझे तो यह भी पता चला है कि इन खिलाड़ियों ने बकायदा एडहॉक समिति को पत्र लिखकर ट्रायल आगे बढ़ाने और छूट देने की मांग की है। जो यौन शोषण के मामले में है वह अदालत में हैं, जिसने कुछ किया है उसे सजा मिलेगी।’ वेस्टइंडीज दौरे के लिए हुआ टीम इंडिया का ऐलान, ODI के साथ टेस्ट टीम में भी हुआ बड़ा बदलाव टीम इंडिया के चीफ सिलेक्टर बनेंगे वीरेंद्र सहवाग ? चेतन शर्मा के इस्तीफे के बाद से खाली है पद FIFA वर्ल्ड कप 2026 में जगह बना सकती है टीम इंडिया ! इस तरह कर सकती है क्वालीफाई