क्या गर्भनिरोधक दवाओं का इस्तेमाल होता है सुरक्षित, जानिए क्या है सच्चाई...?

दुनिया की आबादी तकरीबन 800 करोड़ के आसपास आ चुकी है। यह तेज रफ्तार से आगे बढ़ता जा रहा है। इसे रोकने के लिए तमाम सरकारें और कई वैश्विक संस्थाएं निरंतर लोगों को जागरूक  करने का काम कर रही है। इसी के उद्देश्य से हर वर्ष 26 सितंबर को ‘विश्व गर्भनिरोधक दिवस’ (World Contraception Day) सेलिब्रेट किया जाता है। कई रिपोर्ट्स में यह बात सामने आ चुकी है कि बड़ी संख्या में लोग कॉन्ट्रासेप्टिव का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे। अब तक आपने कई बार गर्भनिरोधक दवाओं यानी कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स (Contraceptive Pills) के बारे में सुन ही चुके होंगे। क्या कॉन्ट्रासेप्टिव दवाओं का उपयोग करना सुरक्षित होता है? वर्ल्ड कॉन्ट्रासेप्शन डे पर गर्भनिरोधक दवाओं से जुड़े सभी वर्ष के जवाब एक्सपर्ट से जान लेते हैं।

क्या है कॉन्ट्रासेप्शन का मतलब?: नई दिल्ली के इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल की गायनोकोलॉजिस्ट के अनुसार फैमिली प्लानिंग या प्रेग्नेंसी को रोकने के लिए जिन तरीकों का उपयोग भी किया जा रहा है, उसे कॉन्ट्रासेप्शन भी कहा जाता है। इस बारे में बड़ी संख्या में लोगों को सही जानकारी नहीं होती। यह एक बेहद जरूरी मुद्दा है, जिसके बारे में जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है। गायनोकोलॉजिस्ट से विचार-विमर्श के उपरांत फैमिली प्लानिंग के लिए कॉन्ट्रासेप्शन एक अच्छा और सुरक्षित विकल्प भी मिल जाता है। उम्र और बॉडी कंडीशन के आधार पर लोगों को इस बारे में सलाह दी जाती है।

कितने टाइप का होता है कॉन्ट्रासेप्शन?:  खबरों का कहना है कि कॉन्ट्रासेप्शन के 4 प्रमुख टाइप होते हैं। पहला बैरियर कॉन्ट्रासेप्टिव मेथड भी होता है, इसमें  प्रेग्नेंसी से बचने के लिए मेल या फीमेल कॉन्डोम का भी इस्तेमाल किया जाता है। दूसरा मेथड मेडिसिनल कॉन्ट्रासेप्शन होता है, जिसे हार्मोनल कॉन्ट्रासेप्टिव भी बोला जाता है। इस मेथड में कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स  का उपयोग  किया जाता है। तीसरा मेथड इंट्रायूटरिन कॉन्ट्रासेप्टिव डिवाइस होता है, जिसमें यूटेरस के अंदर कुछ प्रोडक्ट उपयोग किया जाता है। चौथा मेथड सर्जिकल कॉन्ट्रासेप्शन होता है, जिसमें सर्जरी के जरिए नसबंदी कर दी जाती है।

क्या सुरक्षित है गर्भनिरोधक दवाओं का इस्तेमाल?: डॉ इस बारें में बोलते है कि कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स यानी गर्भनिरोधक दवाओं का उपयोग डॉक्टर से कंसल्ट किए बिना बिलकुल भी नहीं करना चाहिए। कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स 2 तरह की होती हैं। 1 नॉर्मल और दूसरी इमरजेंसी। बड़ी संख्या में लोग इमरजेंसी कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स का इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह के बिना ही कर रहे है, जो खतरनाक हो सकता है। इमरजेंसी पिल्स को लाइफ में 1 या 2 बार से अधिक नहीं लेना चाहिए वरना उसके गंभीर साइड इफेक्ट हो जाएंगे। अगर डॉक्टर की सलाह पर कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स ली जाती हैं तो ऐसा करना सुरक्षित कहा जाता है। एक्सपर्ट सभी टेस्ट करने के बाद ही पिल्स को रिकमेंड करते हैं।

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