भारत में हम सभी धर्मों और सांस्कृतिक प्रथाओं का पालन करते हैं और त्योहारों को खुशी-खुशी मनाते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सुना है कि किसी ने एलियंस की पूजा के लिए मंदिर बनाया हो? जी हां, आप सही सुन रहे हैं। तमिलनाडु के एक व्यक्ति ने एलियन का मंदिर स्थापित किया है, जो अपने आप में एक अनोखी धार्मिक पहल है। सेलम में एलियन का मंदिर यह एलियन मंदिर तमिलनाडु के सेलम जिले में स्थित है। इसके निर्माता हैं मल्लामुप्पमपट्टी के रामगौंडनूर निवासी लोगनाथन। लोगनाथन ने पहले एक शिव मंदिर बनाने का विचार किया था और इसके लिए उन्होंने दो साल पहले निर्माण कार्य शुरू किया था। हालांकि, उनका परियोजना अभी भी चल रहा है, लेकिन इसमें कुछ दिलचस्प बदलाव हुए हैं। मंदिर में क्या खास है? लोगनाथन ने मंदिर में पंचमी वाराही की मूर्ति स्थापित की है, जो विष्णु के वराह अवतार का दक्षिणी रूप है। शिवलिंग भी मंदिर के भूतल में स्थापित किया जाएगा, जिसका निर्माण अभी जारी है। इसके अलावा, मंदिर में एक भूमिगत ध्यान कक्ष बनाया गया है, जहां अगस्त्य और एलियन की मूर्तियां स्थापित की गई हैं। लोगनाथन की प्रेरणा लोगनाथन ने 10वीं तक पढ़ाई की है और कुछ साल पहले एक होटल चलाते थे। उनकी जीवन की दिशा तब बदली जब उन्हें पैरों में गंभीर दर्द होने लगा। इसके इलाज के लिए उनकी मुलाकात सिद्ध भाग्य नामक व्यक्ति से हुई, जो एक प्रसिद्ध योगी और healer हैं। सिद्ध भाग्य की विशेषज्ञता से प्रभावित होकर लोगनाथन ने उनके शिष्य बनने का निर्णय लिया। अपने गुरु के मार्गदर्शन में उन्होंने मंदिर बनाने का निर्णय लिया और इसके निर्माण के लिए पूरी मेहनत की। मंदिर की विशेषता लोगनाथन का मानना है कि भविष्य में एलियंस की पूजा की जाएगी, और इसी विश्वास के चलते उन्होंने इस मंदिर में एलियंस की मूर्तियां भी स्थापित की हैं। दिलचस्प बात यह है कि मंदिर के निर्माण के लिए उन्होंने कोई दान नहीं लिया। इसके बजाय, उन्होंने अपने जैसे अन्य शिष्यों की मदद से निर्माण कार्य को आगे बढ़ाया। लोगनाथन का अनुमान है कि मंदिर के पूर्ण निर्माण में कुल तीन साल का समय लगेगा। आश्चर्यजनक पहल इस अनोखी पहल से यह स्पष्ट होता है कि लोगनाथन ने धार्मिक विश्वास और व्यक्तिगत अनुभव को मिलाकर एक नया प्रयोग किया है। यह मंदिर न केवल धार्मिक विविधता का प्रतीक है, बल्कि एक नए दृष्टिकोण का भी संकेत है, जिसमें एलियंस जैसे अद्भुत विषय को धार्मिक मान्यता दी गई है। यह मंदिर भारतीय धार्मिक परंपराओं में एक अनोखा प्रयोग है, और इसे देखने के लिए लोग दूर-दूर से आ रहे हैं। तमिलनाडु के इस मंदिर ने साबित कर दिया है कि धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण समय के साथ बदल सकते हैं और नए रूप ले सकते हैं। अचानक सड़क पर फट गई इस मशहूर एक्टर की पैंट, विक्रांत मैसी ने बना लिया वीडियो और फिर... 21 की उम्र में इस एक्टर ने साइन कर लीं 75 फिल्में, दिलीप कुमार ने दी थी ये सलाह बेटी सोनाक्षी सिन्हा की शादी के डेढ़ महीने बाद पिता शत्रुघ्न ने कह डाली ये बड़ी बात