भोपाल: सेना की खुफिया सूचनाएं लीक करने के मामले में पकड़े गए आरोपियों को जिला कोर्ट ने 27 फरवरी तक न्यायिक हिरासत में केंद्रीय जेल भेजने के आदेश दिए हैं। उधर, जांच में सामने आया है कि कॉल सेंटर्स के जरिए आर्मी की गाड़ियों का मूवमेंट और स्टेब्लिशमेंट की जानकारी ISI तक पहुंचाई जा रही थी। जासूसों में शामिल हैं ये सब इन आरोपियों में कुश पंडित निवासी डी1, चेतक पुरी, झांसी रोड ग्वालियर, जितेंद्र ठाकुर निवासी एन 8 चेतक पुरी, झांसी रोड ग्वालियर, रितेश खुल्लर, निवासी द्वारिका अपार्टमेंट, झांसी नाका, ग्वालियर , जितेंद्र सिंह यादव निवासी निरंकारी बेकरी के सामने ग्वालियर और त्रिलोक भदौरिया, निवासी शिव कॉलोनी कंपू, ग्वालियर को न्यायिक मजिस्ट्रेट शालू सिरोही शामिल है। गौरतलब है कि एटीएस ने गुरुवार को 6 आईएसआई एजेंटों को गिरफ्फ्तार कर अदालत में पेश कर पांच को 12 फरवरी तक और एक आरोपी बलराम को 14 फरवरी तक पुलिस रिमांड पर लिया था। पांच आरोपियों की रिमांड अवधि समाप्त होने पर एटीएस ने उन्हें रविवार को कड़ी सुरक्षा के बीच अदालत में पेश कर न्यायिक हिरासत में केंद्रीय जेल भेजने का अनुरोध किया था। मजिस्ट्रेट ने एटीएस का अनुरोध स्वीकार कर पांच आरोपियों को 27 फरवरी तक न्यायिक हिरासत में केंद्रीय जेल भेजने के आदेश दिए। और पढ़े- मिशेल नजर आयगी टेलीविज़न पर एक और आईएसआई जासूस गिरफ्तार प्रधानमंत्री ने मांगा मंत्रियों से यात्राओं का ब्यौरा