अफगानिस्तान: अफगानिस्तान में तालिबान ने अपने लड़ाकों को सुरक्षा बलों और आम नागरिकों की भीड़ वाले इलाके में जाने से बचने का 16 जून को नया फैसला निकाला है. बता दें कि संघर्ष विराम में ईद का जश्न मना रहे सुरक्षा बलों और आम नागरिकों साथ ही अफगान तालिबान की भीड़ में एक आत्मघाती हमलावर ने बीते 16 जून को विस्फोट करके खुद को वह उड़ा लिया था. इस हमले में यहाँ 36 लोहों कि मौत हो गई थी.जिसके बाद इस हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ने ली है. गौरतलब है कि इस्लामिक स्टेट इस संघर्ष विराम का हिस्सा नहीं बना है और पूर्व में उसका तालिबान के साथ भी काफी अनबन रही थी जिसका बदला लेने के लिए आईएसआईएस ने यह हुम्ला किया था. अफगानिस्तान के जलालाबाद के बाहरी क्षेत्र में शनिवार को यह आत्मघाती हमला हुआ था. ईद के पाक त्यौहार के मौके पर तालिबान लड़ाके अफगान पुलिस, सैनिकों, राजनेताओं और आम नागरिकों को सब भूलकर गले लगा रहे थे. जिसमे अचानक हमला हुआ इस हमले में 54 लोग घायल हो गये.हमले के बाद जबीउल्ला मुजाहिद तालिबान के प्रवक्ता ने ट्वीट पर कहा, ‘‘आम नागरिकों को नुकसान से बचाने के लिए, जिसे ईश्वर मना करता हैं, हम हमारी उपस्थिति से इसका कारण भी बन सकते हैं" फीफा 2018: ट्यूनीशिया के खिलाफ जीत की उम्मीद से उतरेंगे इंग्लैंड के युवा खिलाड़ी अब तक की बड़ी सुर्खियां अगर ना हुआ होता ये पाप तो सैफ की जगह आज ये पूर्व मुख्यमंत्री होते तैमूर के बाप