मोसुल : आतंक का पर्याय बना आईएसआईएस संगठन के चीफ बगदादी और उसके साथियों की मौत का शिकंजा इराकी फौजों की शक्ल में लगातार कसता जा रहा है. हजारों निर्दोषों को बेरहमी से मारने वाले बगदादी और उसके गुर्गे अब मौत के डर से चूहों की तरह बिलों में इधर-उधर छिपे हुए है. बगदादी की मौत कब होगी यह अभी नहीं कहा जा सकता लेकिन अब वो मारा ही जायेगा ये निश्चित हो चुका है. गौरतलब आईएसआईएस के खात्मे के लिए इराकी सेना के साथ अमेरिकी सैनिक भी मदद कर रहे हैं. मोसुल शहर पर आईएस ने कब्जा कर लिया था. यह शहर एक तरह से आईएस का गढ़ बन चुका था. जहाँ दो साल बाद पहली बार इराकी सेना आईएस के गढ़ मोसुल में घुसी है. आईएस के चारों तरफ से घिरते जाने से उसका अंत निकट आ गया है. आईएस चीफ बगदादी की मौत की खबर देर -सबेर आना तय है. 'द इंडिपेंडेंट' की रिपोर्ट को मानें तो आईएस का स्वघोषित खलीफा मोसुल में ही छुपा है और आतंकवादी संगठन अब निर्णायक हार के करीब है. कुर्दिस सेना प्रमुख फाउद हुसैन ने बताया कि सरकार को कई सूत्रों से जानकारी मिली है कि बगदादी वहीं है और यदि वह मारा जाता है तो इसका मतलब इस्लामिक स्टेट का खात्मा होगा. मोसुल में घुसी इराकी सेना, आईएस में...