नई दिल्ली : हरिद्वार के अर्धकुंभ पर आतंकी संगठन आईएसआईएस के हमले का खतरा मंडरा रहा था। दरअसल हरिद्वार में आयोजित होने वाले अर्द्धकुंभ को लेकर राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए ने आश्चर्यजनक तथ्य सामने रखा है। एनआईए ने खुलासा किया है कि आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट आॅफ ईराक के संदिग्ध 6 आतंकी अर्द्धकुंभ के दौरान हरिद्वार में आईईडी ब्लास्ट के माध्यम से आतक की साजिश रच रहे थे। एनआईए ने आतंकी साजिश का खुलासा जब पटियाला हाउस कोर्ट में किया तो सभी दंग रह गए। मिली जानकारी के अनुसार एनआईए ने न्यायालय से कहा कि आतंकी संगठन आईएसआईएस संदिग्ध गिरफ्तार आतंकियों ने इस मामले में खुलासा किया है। जांच एजेंसी के दल ने यह बात सामने रखी कि माचिस की तीली के समान तत्व आईईडी के माध्यम से आतंकियों ने धमाके की साजिश की। इस मामले में एनआईए ने अखलाकुर रहमान, मोहम्मद अजीमुशान, मोहम्मद मेराज, मोहम्मद ओसामा, मोहसिन इब्राहिम सैयद और यूसुफ अलहिदी के विरूद्ध आपराधिक साजिश को अंजाम देने और गैर कानूनी गतिविधियों को अधिनियम के अंतर्गत आरोप पत्र दायर किए। हालांकि इस मामले में एक आरोपी फरार है जबकि 5 आरोपियों को पकड़ लिया गया है। एनआईए की जांच के दौरान यह बात भी सामने आई कि आईएस द्वारा भारत के मुस्लिम युवाओं को बरगलाकर आईएस में शामिल किए जाने के प्रयास किए जा रहे हैं।