बैंगलोर: कर्नाटक के मंगलुरू में बीते शनिवार को एक ऑटोरिक्शा में देशी बम ले जा रहा एक शख्स, कादरी के प्रसिद्ध मंजूनाथ मंदिर को टारगेट करने वाला था। हालांकि 'असली मकसद' को अंजाम देने से पहले ही बम फट गया। अब पुलिस को इस संबंध में एक पत्र मिला है। यह पत्र एक ऐसे समूह के लेटरहेड पर लिखा गया है जो अपने आप को 'इस्लामिक रेसिस्टेंस काउंसिल' (IRC) कहता है। पुलिस ने बताया है कि उन्होंने अब तक इस समूह के संबंध में नहीं सुना है। इस ब्लास्ट को "आतंकवादी घटना" मानते हुए, पुलिस ने 29 वर्षीय आरोपी मोहम्मद शरीक को अरेस्ट कर लिया है। मोहम्मद शारिक खुद भी इस ब्लास्ट में घायल हो गया था और अस्पताल में भर्ती है। इस बीच कर्नाटक के पुलिस महानिदेशक (DGP) प्रवीण सूद ने बुधवार को बताया कि मंगलुरु के एक ऑटो रिक्शा में हुए ब्लास्ट मामले की जांच आधिकारिक तौर पर राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) को सौंपी जाएगी। उन्होंने कहा कि मुख्य आरोपी मोहम्मद शारिक का उद्देश्य समुदायों के बीच दुश्मनी पैदा करना था। पुलिस ने बताया है कि पत्र में वरिष्ठ पुलिस अधिकारी आलोक कुमार को भी धमकी दी गई है। यह पत्र खुफिया विभाग को प्राप्त हुआ है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, एक सूत्र ने बताया है कि, 'यह स्पष्ट नहीं है कि पत्र कहां से आया है। इस संगठन का नाम पहली दफा सामने आया है। हम इस बात की जांच कर रहे हैं कि पत्र प्रामाणिक है या नहीं।' पत्र अंग्रेजी में लिखा गया था और इस पर आरोपी मोहम्मद शरीक की तस्वीर छपी है। इसमें लिखा है कि उसने 'मैंगलोर में भगवा आतंकवादियों के गढ़ कादरी में हिंदुत्व मंदिर पर हमला करने का प्रयास किया।' 'श्रद्धा इसी तरह मरती रहेंगीं, जब तक..', हत्याकांड पर स्वाति मालिवाल का तीखा बयान 'मेले बाबू ने थाना थाया..', इंदौर में खुला यूनिक नाम वाला रेस्टॉरेंट, लगी लोगों की भीड़ मंगलुरु ऑटो ब्लास्ट: हिन्दू बनकर रह रहा था आतंकी मोहम्मद शारिक, हिन्दुओं को बदनाम करने की थी साजिश