यरूशलम: इजराइल के यरूशलम शहर में स्थित ईसाईयों का पवित्र गिरिजाघर ईसाई नेताओं द्वारा बंद कर दिया गया है. इजराइल के टैक्स नियमों और एक प्रस्तावित संपत्ति कानून के विरोध में यरूशलम स्थित यीशु मसीह की समाधि पर बने पवित्र सिपलचर गिरजाघर को बंद करने का दुर्लभ कदम उठाया है. हालांकि अभी इसे नेताओं द्वारा यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि, गिरिजाघर कब तक बंद रहेगा. आपको बता दें कि, दो हफ्ते पहले, इजराइली नगरपालिका ने वित्त, आंतरिक, विदेश मंत्रालयों और प्रधान मंत्री कार्यालय को सूचित किया था कि, वह चर्च की उन 887 संपत्तियों से कुल एनआईएस 650 मिलियन करों को एकत्र करना शुरू करेगा, जिस पर कोई प्रार्थना घर नहीं है, इसके साथ ही इजराइली सरकार ने चर्च की ऐसी सम्पत्तियों को, जिस पर कोई प्रार्थना घर नहीं है, के लिए कुछ नए कानून भी बनाये थे. जिसके विरोध में ईसाई नेताओं ने यह कदम उठाया है. इसे नेताओं का कहना है कि, यरूशलेम नगरपालिका ने संदिग्ध संग्रह नोटिस जारी किए हैं और चर्च की परिसंपत्तियों, संपत्तियों और बैंक खातों की जब्ती का आदेश दिया है, जिसके विरोध में हमने यह अभियान चलाया है. गौरतलब होगा कि, इस चर्च को ईसाई धर्म में सबसे पवित्र स्थल माना जाता है. इसे उस जगह पर बनाया गया है जहां, ईसाइयों की मान्यता के मुताबिक, यीशू को सूली पर चढ़ाया गया और दफनाया गया था. यह एक प्रमुख तीर्थ स्थल है. संघर्ष विराम के बाद भी सीरिया में 'दोज़ख' जैसे हालत तबाही की कगार पर खड़ा सीरिया हमास ने इजराइल पर दागा रॉकेट