यरुशलम: इजरायली सेना ने फिलिस्तीन के बेत लाहिया में एक पांच मंजिला आवासीय इमारत पर हवाई हमला किया, जिसमें 34 फिलिस्तीनियों की मौत हो गई और सात लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। मृतकों में अधिकतर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। इस हमले के बाद इमारत पूरी तरह से तबाह हो गई और मलबे में अभी भी कई लोगों के दबे होने की आशंका है। स्थानीय मीडिया के अनुसार, हमले के बाद बड़ी संख्या में लोग अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों और शरणार्थी कैंपों की ओर भागे। एक स्थानीय निवासी ने बताया कि इजरायली सेना ने रातभर हमले किए और पर्चे फेंककर कहा कि कुछ इलाके सुरक्षित हैं, लेकिन इसके बावजूद आस-पास के घरों को भी तबाह कर दिया गया। इजरायली सेना ने अपने बयान में कहा कि यह हमला हमास के ठिकानों और लड़ाकों को निशाना बनाने के लिए किया गया था। हालांकि, फिलिस्तीनी प्रशासन ने इन दावों को खारिज करते हुए कहा कि इस इलाके में कोई हमास का लड़ाका मौजूद नहीं था और हमले में आम नागरिकों की जान गई है। यह हमला गाजा पट्टी पर इजरायल द्वारा पिछले साल से की जा रही बमबारी का हिस्सा है। अक्टूबर से अब तक इन हमलों में 44 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं। कुछ दिनों पहले इजरायल ने गाजा के अल-अक्सा अस्पताल के बाहर भी बमबारी की थी, जिसमें तीन लोगों की मौत हुई थी और एक पत्रकार गंभीर रूप से घायल हुआ था। इसके अलावा, विस्थापित लोगों को शरण देने वाले तंबुओं पर भी हमला किया गया, जिसमें दो लोगों की जान गई। इजरायली सेना का दावा है कि अस्पताल में हमास के लड़ाके छिपे हुए थे, जबकि फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसे झूठ बताते हुए कहा कि वहां केवल मरीज और शरणार्थी मौजूद थे। गाजा पट्टी पर इजरायल ने सख्त घेराबंदी कर रखी है, जिससे वहां के लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। प्रदूषण से बचने के लिए कृत्रिम बारिश की तैयारी, AAP ने केंद्र से मांगी इजाजत सऊदी अरब को पसंद आया भारत का ये राज्य, भरी-भरकम पैसा लगाने की तैयारी इस राज्य में शुरू हुआ देश का पहला ऑनलाइन कोर्ट, 24 घंटों होगी सुनवाई