100 फाइटर जेट लेकर लेबनान पर बरसा इजराइल, हिजबुल्लाह ने दागे थे 135 रॉकेट

यरुशलम: इजरायल ने सोमवार को लेबनानी आतंकी संगठन हिज्बुल्लाह के 130 रॉकेट हमलों का जवाब देते हुए लेबनान में 120 से अधिक ठिकानों पर हमला किया। इजरायल के 100 लड़ाकू विमानों ने करीब एक घंटे तक बमबारी की। इजरायली डिफेंस फोर्स (IDF) के प्रवक्ता ने लेबनानी नागरिकों को अवली नदी से दक्षिण की ओर समुद्र तट या नावों पर जाने से बचने की चेतावनी दी। ये हमले उस समय हुए जब फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास द्वारा पिछले साल 7 अक्टूबर को किए गए हमलों की बरसी पर इजरायल शोक सभाएं आयोजित कर रहा था, और यह वही घटना थी जिसने क्षेत्र में लंबे समय से चले आ रहे युद्ध की शुरुआत की थी।

आईडीएफ ने उत्तरी इजरायल में एक नए क्लोज्ड मिलिट्री जोन की घोषणा भी की है, जो कि लेबनान में शुरू हुए इजरायली ग्राउंड ऑपरेशन का हिस्सा है। यह अब तक का चौथा जोन है, जो मेडिटेरेनियन सागर से पूर्व तक फैला हुआ है। आईडीएफ ने अपने बयान में कहा कि हिज्बुल्लाह की प्रमुख यूनिट्स, जैसे कि सदर्न फ्रंट की रीजनल यूनिट्स, रादवान फोर्सेज, मिसाइल और रॉकेट फोर्स, और इंटेलिजेंस यूनिट्स को निशाना बनाया गया। इन हवाई हमलों का उद्देश्य हिज्बुल्लाह की कमांड और फायरिंग क्षमताओं को नष्ट करना था और इजरायली सैनिकों को ग्राउंड ऑपरेशन में मदद प्रदान करना था।

एक ओर इजरायल अपने देश में 7 अक्टूबर के हमले की बरसी पर शोक सभाओं में व्यस्त था, वहीं उसकी सेना लेबनान में ग्राउंड ऑपरेशन का विस्तार कर रही थी। थर्ड डिवीजन भी इस ऑपरेशन में शामिल हो गई थी। हमास ने इस दौरान इजरायल पर रॉकेट हमले जारी रखे, विशेष रूप से शोक सभाओं को निशाना बनाकर। हालांकि, गाजा में पिछले 12 महीनों में हुए इजरायली हमलों के कारण हमास की रॉकेट दागने की क्षमता काफी कमजोर हो गई है। इस गाजा युद्ध में करीब 42,000 लोगों की जानें जा चुकी हैं। इजरायल ने बार-बार दावा किया है कि उसने गाजा में हमास को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाया है।

इसके बावजूद, हिज्बुल्लाह ने सोमवार को 130 से अधिक रॉकेट इजरायल की ओर दागे, जिनमें से अधिकतर रॉकेट हाइफा शहर को निशाना बनाकर दागे गए थे। शाम के समय, यमन से हूती द्वारा दागी गई एक बैलिस्टिक मिसाइल को इजरायल की आयरन डोम प्रणाली ने हवा में ही नष्ट कर दिया। आईडीएफ ने बताया कि हिज्बुल्लाह के कुछ रॉकेट्स को आयरन डोम ने इंटरसेप्ट कर नष्ट किया, जबकि कुछ रॉकेट खाली इलाकों में गिरे।

इस क्षेत्र में युद्ध और बढ़ने की आशंका है, क्योंकि इजरायल ने ईरान द्वारा किए गए हालिया मिसाइल हमले का बदला लेने का संकल्प लिया है। इजरायल किसी भी समय ईरान के खिलाफ जवाबी कार्रवाई कर सकता है। ईरान ने भी यह स्पष्ट कर दिया है कि उसकी धरती पर किसी भी इजरायली हमले का जवाब दिया जाएगा। इस बीच, अमेरिका के भी इस संघर्ष में शामिल होने की संभावना है, क्योंकि वह इजरायल को महत्वपूर्ण सैन्य और राजनयिक सहायता प्रदान करता है। यदि ईरान ने इजरायल पर फिर से हमला किया, तो अमेरिका इस युद्ध में कूद सकता है और इजरायल का बचाव कर सकता है।

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