यरूशलम: इज़राइल द्वारा किये गए हमले के बीच सीरिया के लड़ाकों ने रूसी सेना के निगरानी विमान आईएल-20 विमान को मार गिराया गया जिसमे 15 सैनिक मारे जाने पर इज़राइल के प्रधानमंत्री ने दुःख जताते हुए रूस के राष्ट्रपति पुतिन को फोन किया है. नेतन्याहू ने घटना पर दुःख जताते हुए भरोसा दिलाया है कि इस दुखद घटना की जांच भी कराई जायेगी. 14 सैनिकों से सवार रुस का विमान सीरिया के भूमध्यसागर से हुआ लापता नेतन्याहू ने फोन पर ही संवेदना व्यक्त करते हुए पुतिन को इस बात का भी भरोसा दिलाया कि सीरिया के क्षेत्र में इज़राइल की वायु सेना द्वारा अंजाम दी गई गतिविधियों की मुक़म्मल जानकारी भी प्रदान करा दी जायेगी. रूस और इज़राइल से प्राप्त जानकारी के मुताबिक़ सीरिया के लताकिया नाम की जगह पर इज़राइली वायु सेना के हमले के दौरान सीरिया की मिसाइलों से रूसी सेना का विमान ढेर हो गया जिसमे 15 जवानों की मौत की खबर है. इस घटना का पता चलते ही नेतन्याहू ने पुतिन को फ़ोन किया और संवेदना जताई. इज़राइली सेना के हमले का उद्देश्य सिर्फ ईरान से हिज़्बुल्लाह के आतंकवादियों तक हो रहे हथियार परिवहन को रोकना था. इज़राइल के प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा जारी बयान में रूसी सैनिकों की मौत पर अफ़सोस जताया गया, और इस घटना के लिए सीरिया को जिम्मेदार बताया है. हथियार अनुबंध को लेकर सचेत हुए भारत और रूस प्रधानमंत्री ने इस घटना से सम्बंधित प्राप्त सम्पूर्ण जानकारी रूस को उपलब्ध कराने की बात भी कही है. वहीँ रूस ने इस घटना पर दुःख जताते हुए दोबार ऎसी घटना से बचने की बात कही है. पुतिन ने सीरिया की संप्रभुता पर हस्तक्षेप करार देते हुए इज़राइल को ऐसा नहीं करने की बात कही है. सोमवार रात रूस के निगरानी विमान आईएल-20 विमान जिसमें 15 रूसी सैनिक सवार थे जो इज़राइली मिसाइल की रेंज में आ गए और सीरिया की सेना ने अनजाने में उसे मार गिराया. पुतिन ने नेतन्याहू से फोन पर बातचीत में कहा कि सीरिया को लेकर इज़राइल और रूस के बीच हुए समझौते की अनदेखी हुई है, अब ऐसा नहीं होना चाहिए. ख़बरें और भी ब्रिटेन के दो उपग्रहों को प्रक्षेपित करेगा इसरो रूस के उप-प्रधानमंत्री से मिली सुषमा स्वराज, कई अहम् मुद्दों पर हुई चर्चा दुनिया को खत्म करने के लिए हुआ इस बछिया का जन्म