वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने इजरायल और UAE के बीच ऐतिहासिक शांति समझौते का ऐलान किया ह‍ै, जोकि पाकिस्तान के लिए एक तगड़ा झटका है। समझौते के मुताबिक, इजरायल अब फिलिस्तीन के इलाकों पर कब्ज़ा नहीं करेगा। इसके एवज में मध्य पूर्व के मजबूत देश माने जाने वाले UAE में इजरायल के प्रति नाराज़गी खत्म होगी और कूटनीतिक संबंध बनेंगे। जल्द UAE के बाद साउदी अरब से भी इजरायल की दोस्ती होने के संकेत मिल रहे हैं। भारत, अमेरिका और इजराइल की दखल मध्य पूर्व में बढ़ रही है। किन्तु उस इलाके में पाकिस्तान के लिए अब टर्की ही एक मात्र मजबूत दोस्त रह गया है। हालांकि आतंकवादी संगठन हमास ने संयुक्त अरब अमीरात पर इजरायल के साथ पूर्ण राजनयिक संबंध स्थापित करने की सहमति देकर फिलिस्तीनियों की पीठ में छुरा घोंपने का इल्जाम लगाया है। हमास की ओर से राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा गुरुवार को इस बारे में ऐलान करने के फ़ौरन बाद यह प्रतिक्रिया आई है। हमास के प्रवक्ता फावजी बरहौम ने कहा है कि, 'यह ऐलान इजरायल के कब्जे के अपराधों के लिए एक इनाम है। यह हमारे लोगों की पीठ में छुरा घोंपने वाला है।' इस्लामिक आतंकवादी हमास आंदोलन ने इज़राइल के विनाश का प्रयास हैं और 2007 में गाजा पट्टी पर नियंत्रण हटाने के बाद से इज़राइल के खिलाफ तीन जंग लड़ी हैं। 13 सितंबर को होने वाली MPSC की परीक्षाएं 20 सितंबर तक के लिए हुई स्थगित यूपी: राज्यसभा उपचुनाव के लिए इन बीजेपी प्रत्याशी ने भरा नामांकन 33 साल से 10वीं बोर्ड की परीक्षा दे रहे थे 51 साल के बुजुर्ग, कोरोना काल बना लकी