इजरायली गोलीबारी में मारी गई फिलिस्तीनी नर्स के जनाजे में शनिवार को हजारों की संख्या में फिलिस्तीनी नागरिक शामिल हुए. 'बीबीसी' की रिपोर्ट के मुताबिक, फिलीस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि दक्षिणी गाजा में सीमा के पास एक घायल की मदद करने पहुंची 21 वर्षीया रजान अल-नजर की इजरायल की गोलीबारी में जान चली गई थी. इसके विरोध में शनिवार को हजारों की संख्या में नागरिक इकठ्ठा हुए और फिलीस्तीन के झंडे में रजान के शव को लपेटकर सड़कों पर उतर आए. इस दौरान रजान के पिता खून से सना उसका मेडिकल जैकेट लेकर चल रहे थे. फिलीस्तीन की मेडिकल रिलीफ सोसाइटी के मुताबिक रजान एक घायल प्रदर्शनकारी की मदद के लिए आगे आई थी, जिसमे उसे गोली लग गई. बयान में कहा गया है कि, "जेनेवा कन्वेंशन के तहत मेडिकलकर्मियों पर गोलीबारी करना युद्धअपराध है." वहीं इस मामले में मध्यपूर्व के लिए संयुक्त राष्ट्र के दूत निकोलई म्लादेनोव ने एक ट्वीट में कहा है कि, 'इजरायल को अपनी सैन्य कार्रवाई की जांच करनी चाहिए और हमास को सीमा पर इस तरह की घटनाओं से बचना चाहिए.' इजरायली सेना ने एक बयान जारी कर मौत की जांच करने की बात कही है. बता दें कि यह घटना गाजा-इजराइल सीमा पर सप्ताहभर पहले हुई थी. यहां इजराइली सेना की गोलीबारी में 100 से अधिक प्रदर्शनकारी फिलीस्तीनी नागरिकों की मौत हो गई थी. सनकी तानाशाह के पास नहीं बचा होटल का खर्च उठाने तक का पैसा सिंगापुर में लगे भारत माता की जय के नारे विद्रोहियों और सरकार समर्थकों के बीच यमन में युद्ध