बेरुत: लेबनान के उत्तर-पूर्वी इलाके में इजराइली बमबारी से मरने वालों की संख्या बढ़कर 45 हो गई है। इस ताजा हमले में इजराइल ने हवाई हमले किए, जिसमें ग्रामीण क्षेत्रों को निशाना बनाया गया, जो पहले हिजबुल्लाह के खिलाफ हुई हवाई हमलों से बच गए थे। बालबेक के गवर्नर बाचिर खोदर ने बताया कि शुक्रवार को नौ गांवों में इन हमलों की वजह से इतने लोगों की जान चली गई। ओलाक के एक छोटे कृषि गांव में भी चार और लोगों के मारे जाने की खबर है। यह गांव बेका घाटी में स्थित है, जो जैतून और अंगूर के बागानों से घिरा हुआ है और दो पर्वत श्रृंखलाओं के बीच बसा हुआ है। इस क्षेत्र में ईरान समर्थित हिजबुल्लाह के आतंकवादी सक्रिय रहे हैं। यह हिंसा ऐसे समय पर भड़की है जब अमेरिकी चुनावों से पहले बाइडेन प्रशासन संघर्ष विराम के लिए कूटनीतिक प्रयास तेज कर रहा है। इस बीच, इजराइल ने गाजा में हमास के बचे हुए लड़ाकों पर भी हमले बढ़ा दिए हैं, जिससे उत्तर के इलाकों में विनाश और मानवीय संकट की आशंका बढ़ गई है। इजराइल ने शुरुआत में दक्षिणी सीमावर्ती गांवों को निशाना बनाया था, जहां हिजबुल्लाह को समर्थन प्राप्त है। हाल के हफ्तों में, इजराइली हमले बालबेक जैसे बड़े शहरी इलाकों में भी फैल गए हैं। हिजबुल्लाह न केवल एक ईरान समर्थित सैन्य संगठन है, बल्कि यह लेबनान में एक प्रमुख राजनीतिक दल और सामाजिक सेवा प्रदाता भी है। 7 अक्टूबर, 2023 को हमास द्वारा इजराइल पर हमले के तुरंत बाद, हिजबुल्लाह ने भी हमास के समर्थन में इजराइल पर रॉकेट, ड्रोन और मिसाइलें दागना शुरू कर दिया। इसके बाद गाजा में युद्ध भड़क गया। यह सीमा पार संघर्ष एक वर्ष तक चला और अक्टूबर में तब और गंभीर हो गया, जब इजराइली सेना ने 2006 के बाद पहली बार दक्षिणी लेबनान में जमीनी हमला किया। 'इजराइल-अमेरिका को कड़ा जवाब देंगे..', ईरान के सुप्रीम लीडर खामनेई की धमकी दिल्ली के नलों से ये कैसा पानी आ रहा? स्वाति बोलीं- CM को गिफ्ट करुँगी 'सत्य से परे हैं कांग्रेस पर लगे आरोप..', पीएम मोदी पर प्रियंका गांधी का पलटवार