भारत को अंतरिक्ष के क्षेत्र में एक और बड़ी कामयाबी हासिल हुई है. दरअसल भारत ने उपग्रह जीसैट-11 को यूरोपीय स्पेस एजेंसी के प्रक्षेपण केंद्र फ्रेंच गुयाना से अंतरिक्ष में भेज दिया है. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (ISRO) ने बुधवार यानी आज सुबह सैटेलाइट GSAT-11 को लॉन्च किया है. आपको बता दें इस उपग्रह को दक्षिण अमेरिका के फ्रेंच गुयाना स्पेस सेंटर से फ्रांस के एरियन-5 रॉकेट कीमदद से लॉन्च किया गया. सूत्रों की माने तो जीसैट-11 इसरो का यह अब तक का सबसे ज्यादा वजह वाली सैटेलाइट है. जानकारी के मुताबिक इसका वजन 5,845 किलोग्राम है. भारत के समय के अनुसार देर रात 2.07 AM और 3.23 AM के बीच इस सैटेलाइट को लॉन्च किया गया था. इस सेटलाइट को लॉन्च करना इसरो की एक बड़ी कामयाबी माना जा रहा है. सुनने में आया है कि इससे भारत में इंटरनेट की गति बढ़ाने में मदद मिलेगी. कहा तो ये भी जा रहा है कि ये कामयाबी टेलिकॉम सेक्टर के लिए वरदान साबित हो सकता है और ऐसा इसलिए क्योंकि इसकी मदद से इंटरनेट की गति 14 GBPS तक हो सकती है. आपको बता दें कि इसरो GSAT-19 और GSAT-29 सैटेलाइट्स को पहले ही लॉन्च कर चुका है. रिपोर्ट्स की माने तो GSAT-20 को अगले साल लॉन्च किया जाना है. आपको हम इस सैटेलाइट की कुछ खूबियां बताने जा रहे है. - GSAT-11 सैटेलाइट का जीवन 15 साल है और इसमें एक सोलर पैनल भी लगा है. - GSAT-11 के लॉन्चिंग के बाद इंटरनेट की स्पीड 14GBPS तक होने की क्षमता है. - नेक्सट जेनरेशन प्लेटफॉर्म तैयार करने वाली क्षमताएं. निक-प्रियंका के रिसेप्शन में पहुंचे पीएम मोदी, दिया बेहद खूबसूरत तोहफा भारत को जलवायु परिवर्तन से हो रहा सबसे ज्यादा नुकसान बुलन्दशहर हिंसा: कानून व्यवस्था पर मंथन करने के लिए योगी ने बुलाई आपात बैठक