नई दिल्ली : भारत देश की सुरक्षा अब और भी मजबूत होने वाली है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) 22 मई को आंध्रप्रदेश के श्रीहरिकोटा से नवीनतम रडार इमेजिंग सैटेलाइट रिसैट-2बीआर1 लॉन्च करने जा रहा है। रिसैट-2बीआर1 पिछले रिसैट-सीरीज उपग्रह की तुलना में अधिक उन्नत है। फाइनेंशियल ईयर 2018-19 के दौरान दर्ज की गई इनकम टैक्स ई-फाइलिंग में भारी गिरावट ऐसी है नई सैटेलाइट सूत्रों से की माने तो, "हालांकि ये नई सैटेलाइट बाहर से दिखने में पुरानी सैटेलाइट जैसी ही है लेकिन इसका तकनीक काफी अलग है। इस नई सैटेलाइट में निगरानी और इमेजिंग क्षमताओं को बढ़ाया गया है।" रिसैट एक्स-बैंड सिनेटिक अपार्चर रडार (एसएआर) ना केवल दिन और रात बल्कि हर मौसम में भी निगरानी रखने की क्षमता रखता है। केवल इतना ही नहीं रडार बादलों के होने पर भी काम कर सकता है और 1 मीटर के रिजॉल्यूशन तक जूम कर सकता है। हरियाणा में पोल्ट्री फार्म के स्टोर में लगी आग, एक की मौत कई घायल इस तरह काम करेगी सैटेलाइट जानकारी के मुताबिक "रीसैट सैटेलाइट धरती पर मौजूद किसी बल्डिंग या फिर किसी अन्य चीज की दिन में दो से तीन बार तस्वीर ले सकता है।" इससे पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकी ठिकानों में हो रही गतिविधियों पर और एलओसी के पास स्थित आतंकियों के लॉन्चपैड पर भी नजर रखने में मदद मिलेगी। इस नई सैटेलाइट से सभी मौसमों में निगरानी की जा सकेगी जिससे भारतीय सुरक्षा बलों को किसी भी तरह की परेशानी से निपटने में आसानी होगी। सड़क किनारे तालाब में जा गिरी अनियंत्रित कार, एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत नक्सलियों ने सड़क निर्माण कार्य में लगे वाहनों को किया आग के हवाले तिरुवनंतपुरम में वैध यात्रा दस्तावेज नहीं होने के कारण श्रीलंकाई नागरिक हिरासत में